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Cement Stock: तीन में से दो ब्रोकरेज ने दी ‘BUY’ की राय, 21% तक की तेजी का अनुमान

Ambuja Cements पर Motilal Oswal और Nuvama को भरोसा, जबकि Kotak ने दी ‘SELL’ की रेटिंग; FY28 तक 140 MTPA क्षमता और प्रीमियम सेगमेंट में बढ़त से मिल सकती है मजबूती

Last Updated- July 02, 2025 | 10:08 AM IST
Ambuja Cements Q2 Results: Adani Group's cement company's profit declined to Rs 472.89 crore अदाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी का मुनाफा घटकर 472.89 करोड़ रुपये रहा

Ambuja Cements share: राजस्थान के मारवाड़ मुंडवा में Ambuja Cements के प्लांट विज़िट के बाद शेयर बाजार में इस कंपनी को लेकर नई हलचल शुरू हो गई है। प्लांट विज़िट के दौरान सीनियर मैनेजमेंट से बातचीत के बाद तीन बड़ी ब्रोकरेज फर्मों- मोतीलाल ओसवाल, नुवामा इंस्टीट्युशनल इक्विटीज और कोटक इंस्टीट्युशनल इक्विटीज ने अपनी रिपोर्ट जारी की हैं। जहां मोतीलाल और नुवामा ने Ambuja को खरीदने की सलाह दी है, वहीं कोटक ने इसे बेचने की राय दी है।

मोतीलाल ओसवाल को दिख रहा 21 फीसदी मुनाफा

मोतीलाल ओसवाल ने Ambuja Cements पर भरोसा जताते हुए इसका टारगेट प्राइस ₹700 तय किया है, जो वर्तमान कीमत ₹580 से करीब 21 प्रतिशत ऊपर है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी ने हाल के समय में अपने मार्केट शेयर को 11 से 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 14.5 प्रतिशत कर लिया है और इसका लक्ष्य FY28 तक 17 से 18 प्रतिशत और FY30 तक 20 प्रतिशत से अधिक पहुंचने का है।

मोतीलाल का मानना है कि Ambuja का प्रीमियम सीमेंट कारोबार इसकी आय को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है, जो इस समय ट्रेड वॉल्यूम का 24 प्रतिशत है। इस प्रीमियम सेगमेंट पर प्रति टन ₹400 ज्यादा लाभ हो रहा है। साथ ही कंपनी FY28 तक 140 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता प्राप्त करने के लक्ष्य पर मजबूती से काम कर रही है। मोतीलाल ने यह भी कहा कि EBITDA प्रति टन का लक्ष्य ₹1,500 तक पहुँच सकता है, जो लागत में बचत और बेहतर प्रोडक्ट मिक्स से संभव होगा।

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नुवामा को भरोसा, FY26 में 25 प्रतिशत वॉल्यूम ग्रोथ आएगी

नुवामा इंस्टीट्युशनल इक्विटीज ने भी Ambuja Cements पर सकारात्मक रुख रखा है और इसका टारगेट प्राइस ₹694 बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि Adani ग्रुप की कुल क्षमता अब 103 मिलियन टन को पार कर चुकी है और FY28 तक 140 मिलियन टन के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में यह समूह अग्रसर है।

नुवामा का मानना है कि कंपनी ₹500 से ₹550 प्रति टन की लागत बचत हासिल कर सकती है। साथ ही FY26 में कंपनी 25 प्रतिशत वॉल्यूम ग्रोथ हासिल कर सकती है, जिसमें अधिग्रहण की भूमिका अहम रहेगी। Ambuja को अब लगता है कि सीमेंट की कीमतें अपने निचले स्तर पर पहुंच चुकी हैं और अब उनमें सुधार की गुंजाइश है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कंपनी जून 2026 तक 1 गीगावॉट हरित ऊर्जा परियोजना को चालू करने की दिशा में काम कर रही है।

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कोटक को मौजूदा कीमतें ज्यादा लग रही हैं, दी SELL रेटिंग

कोटक इंस्टीट्युशनल इक्विटीज की राय इससे बिल्कुल उलट है। कोटक ने Ambuja पर ₹360 का टारगेट दिया है और कहा है कि शेयर इस समय महंगे मूल्यांकन पर ट्रेड हो रहा है, इसलिए निवेशकों को इससे दूर रहना चाहिए। रिपोर्ट में माना गया है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है और ESG यानी पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस के मोर्चे पर भी ध्यान दे रही है। डिजिटलाइजेशन और लागत नियंत्रण के प्रयास भी सराहनीय हैं।

लेकिन कोटक का मानना है कि ₹500 से ₹600 प्रति टन की लागत बचत अगले कुछ वर्षों में धीरे धीरे ही सामने आएगी और इसका मुख्य लाभ FY26 से FY28 के बीच के आखिर में दिखेगा। कोटक के अनुसार, जब तक कीमतें अधिक हैं और बचत का लाभ पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, तब तक निवेश से बचना बेहतर होगा।

डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

First Published - July 2, 2025 | 10:08 AM IST

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