केनरा रोबेको म्युचुअल फंड की निवेश प्रबंधक केनरा रोबेको ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए बाजार नियामक सेबी के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं। यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल होगा जहां सरकारी स्वामित्व वाले केनरा बैंक और विदेशी साझेदार ओरिक्स कॉर्प (पहले रोबेको समूह) अपने शेयर बेचेंगे।
केनरा बैंक 13 फीसदी हिस्सेदारी (2.59 करोड़ शेयर) बेचने पर विचार कर रहा है जबकि ओरिक्स 12 फीसदी हिस्सेदारी (2.39 करोड़ शेयर) बेचेगा। वर्तमान में केनरा बैंक के पास 51 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि ओरिक्स की 49 फीसदी।
केनरा रोबेको भारत का 17वां सबसे बड़ा फंड हाउस है। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में इसकी औसत प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) 1 लाख करोड़ रुपये रही। फंड हाउस 13 सक्रिय इक्विटी फंडों सहित 25 योजनाओं के माध्यम से इस एयूएम का प्रबंधन करता है। विवरणिका के मसौदे के मुताबिक एयूएम में म्युचुअल फंड की इक्विटी योजनाओं की हिस्सेदारी मार्च 2024 में 92 फीसदी थी।
वर्तमान में सूचीबद्ध एएमसी में एचडीएफसी एएमसी, निप्पॉन लाइफ इंडिया, आदित्य बिड़ला सन लाइफ (एबीएसएल) और यूटीआई एएमसी शामिल हैं। पिछली सूचीबद्धता 2021 में एबीएसएल की हुई थी। उसी वर्ष एसबीआई एमएफ ने आईपीओ की योजना बनाई थी। बाद में योजना टाल दी। मार्च 2025 में भारत में 49 म्युचुअल फंड पंजीकृत थे।
कैनरा रोबेको भारत का दूसरा सबसे पुराना म्युचुअल फंड है, जिसकी स्थापना 1993 में केनबैंक म्युचुअल फंड के रूप में की गई थी। 2007 में कैनरा बैंक ने रोबेको (अब ओरिक्स कॉर्पोरेशन का हिस्सा) के साथ साझेदारी की और म्युचुअल फंड का नाम बदलकर केनरा रोबेको एमएफ कर दिया गया।