ग्लोबल रिसर्च और ब्रोकिंग फर्म Bernstein ने अपने भारत फोकस्ड स्टॉक पोर्टफोलियो में छह महीने बाद बड़े बदलाव किए हैं। इस दौरान 6 स्टॉक्स को पोर्टफोलियो से बाहर किया गया और 5 नए स्टॉक्स जोड़े गए। कंपनी ने बताया कि इस पोर्टफोलियो ने हाल के छह महीनों में 9.8% रिटर्न दिया, जबकि उसी अवधि में Nifty 8.5% ऊपर गया।
बर्नस्टीन के मुताबिक, इस बदलाव के कई कारण हैं। उन्होंने वित्तीय (Financials) और उपभोक्ता (Consumer) क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया है। वहीं, ऐसे स्टॉक्स जिनमें मार्केट ड्राइवर्स पहले से अच्छे से समझ में आ चुके हैं और अब नए बड़े मौके नहीं हैं, उन्हें बेचकर मुनाफा बुक किया गया। नए जोड़े गए स्टॉक्स में वे शामिल हैं जिनकी ग्रोथ मजबूत है, जो उनके सेक्टर थीम में फिट बैठते हैं और जिनका प्रदर्शन अब तक बाजार के मुकाबले पिछड़ा हुआ रहा। कुछ स्टॉक्स को पोर्टफोलियो से निकालना कवरेज बदलाव के कारण भी हुआ।
Bernstein ने कहा कि अब बाजार की स्थिति काफी जटिल हो गई है। भारत की दुनिया के साथ स्थिति, देश में निर्माण (Manufacturing) का हाल, और AI जैसी नई तकनीकों का असर भविष्य में समझना आसान नहीं है। इसके अलावा, वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव भी लंबे समय तक बाजार की दिशा तय करेंगे।
बर्नस्टीन ने अपने इंडिया स्टॉक पोर्टफोलियो में कुछ नए स्टॉक्स जोड़े और कुछ पुराने स्टॉक्स को बाहर किया है। पोर्टफोलियो में नई एंट्रीज के तौर पर Home First Finance, Nuvama Wealth, PFC, PB Fintech और HDFC Bank शामिल किए गए हैं। वहीं, पोर्टफोलियो से बाहर किए गए स्टॉक्स में Power Grid, Bharti Airtel, Adani Ports, Infosys, SBI Life और ICICI Bank शामिल हैं।
बर्नस्टीन ने कहा कि उन्होंने अपना पोर्टफोलियो आसान और साफ रखा है। इसमें केवल 11 स्टॉक्स हैं, जो उन सेक्टर्स में हैं जिन्हें कंपनी पसंद करती है। कंपनी ज्यादा निवेश उपभोक्ता क्षेत्र (Consumption) में कर रही है, जबकि पूंजीगत खर्च (Capex) वाले सेक्टर्स में निवेश कम है। विदेश से जुड़े या एक्सपोर्ट पर निर्भर सेक्टर्स में नीति की अस्थिरता के कारण फिलहाल निवेश सीमित रखा गया है।
आईटी (IT) सेक्टर में अब लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है। इसका कारण यह है कि आईटी कंपनियों के शेयर अब सस्ते लग रहे हैं और पिछले कुछ समय से उनकी कमाई की उम्मीदें थोड़ी कम हो गई हैं। इसके अलावा, अमेरिका में संभावित ब्याज दरों में ढील से मांग बढ़ सकती है। हालांकि, अमेरिका और भारत के बीच नीति संबंधी अनिश्चितताओं की वजह से IT और हेल्थकेयर सेक्टर को फिलहाल Neutral रेटिंग दी गई है।
बर्नस्टीन ने अपने पोर्टफोलियो में Financials, Telecom और कुछ Consumption सेक्टर्स में ज्यादा निवेश किया है। ये सेक्टर्स लंबे समय तक कमाई और बढ़त के लिए मजबूत माने जाते हैं। वहीं, Industrial सेक्टर में निवेश कम रखा गया है क्योंकि सरकारी निवेश धीमा हो सकता है। Utilities सेक्टर को Neutral रेटिंग दी गई है, लेकिन कुछ चुनिंदा स्टॉक्स में कंपनी अभी भी निवेश करने के लिहाज से फायदे के मौके देख रही है।