दिल्ली की अदालत ने ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया को हिरासत में लेने संबंधी ED की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा, आदेश जल्द ही सुनाया जाएगा।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शुक्रवार को शहर की एक अदालत में पेश किया और उनकी 10 दिन की हिरासत मांगी है।
ED ने अदालत से कहा कि घोटाला दिल्ली आबकारी नीति का मसौदा तैयार करने साथ शुरू हुआ, जिसे ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया और अन्य ने बनाया था।
ED ने कहा कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ गवाह और अन्य सबूत हैं। निदेशालय ने अदालत से यह भी कहा कि हवाला के जरिए पैसे के लेन-देन की भी जांच की जा रही है।
ED ने अदालत में कहा कि मनीष सिसोदिया ने अपने फोन और अन्य सबूत नष्ट किए; उन्होंने दूसरों द्वारा खरीदे गए फोन का इस्तेमाल किया।
सुनवाई के दौरान मनीष सिसोदिया के वकील ने अदालत से कहा कि समय आ गया है कि अदालत ऐसी गिरफ्तारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए। वकील ने PMLA (मनी-लॉन्डरिंग निवारण अधिनियम) को ‘‘बेहद कठोर’’ बताते हुए कहा कि ‘आप’ नेता को जेल में रखने के लिए गिरफ्तार किया गया।
सिसोदिया के वकील ने ED की अपील का विरोध करते हुए कहा कि नीति बनाना कार्यपालिका का काम है, जिसे कई चरण से गुजरना पड़ता है। ED धन शोधन मामले में नीति निर्माण की जांच कैसे कर सकता है
ED ने दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के एक मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया है। सिसोदिया की पेशी के मद्देनजर ‘राउज एवेन्यू’ अदालत परिसर के भीतर और बाहर सुरक्षा बल की भारी तैनाती की गई।
आम आदमी पार्टी (AAP) के समर्थकों ने अदालत परिसर के बाहर धरना दिया और सिसोदिया के समर्थन में नारे लगाए, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों ने इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।
संघीय एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल के समक्ष सिसोदिया को पेश किया और उनके सामने दलील दी गई कि ‘‘घोटाला’’ सिसोदिया और अन्य द्वारा नयी आबकारी नीति का मसौदा तैयार किए जाने के तुरंत बाद शुरू हुआ।
ED के वकील ने कहा कि इस मामले में सिसोदिया के खिलाफ गवाह और अन्य सबूत हैं। उन्होंने कहा कि हवाला के जरिए पैसे के लेन-देन की भी जांच की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि सिसोदिया धन शोधन मामले से संबद्ध गठजोड़ का हिस्सा थे।
सिसोदिया को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली की आबकारी नीति (जिसे अब वापस ले लिया गया है) में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद ED ने इसी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में तिहाड़ जेल में सिसोदिया से पूछताछ की और गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।