Upcoming IPOs: भारतीय शेयर बाजारों में आईपीओ की चहल-पहल आने वाले महीनों में भी जारी रहने की उम्मीद है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने ज्वेलरी, केमिकल, रिन्यूएबल एनर्जी ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स समेत कई क्षेत्रों में नए पब्लिक इश्यू को मंजूरी दी है। हाल में सेबी ने सात कंपनियों के आईपीओ को मंजूरी दी है। इनमें पीएनजीएस रेवा डायमंड ज्वेलरी, सुदीप फार्मा, रेज़ॉन सोलर, शैडोफैक्स टेक्नोलॉजीज, सेफेक्स केमिकल्स, एगकॉन इक्विपमेंट्स इंटरनेशनल और एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (एआरसीआईएल) शामिल हैं।
जो पी. एन. गाडगिल ग्रुप की विरासत का हिस्सा पीएनजीएस रेवा डायमंड ज्वेलरी 450 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है। यह इश्यू पूरी तरह से नए शेयरों का होगा। पुणे स्थित यह कंपनी महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में अपने प्रीमियम डायमंड और गोल्ड रिटेल नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रही है।
गुजरात की सुदीप फार्मा, जो कैल्शियम फॉस्फेट और विशेष एक्सीपिएंट्स का उत्पादन करती है, को भी रेगुलेटरी मंजूरी मिल गई है। कंपनी का यह इश्यू लगभग 95 करोड़ रुपये के नए शेयरों और मौजूदा शेयरहोल्डर्स की बिक्री (ऑफर फॉर सेल) का मिश्रण होगा। जुटाई गई राशि का उपयोग क्षमता विस्तार, मशीनरी उन्नयन और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
रिन्यूबल एनर्जी सेक्टर में रेजॉन सोलर को 1,500 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मंजूरी मिली है। यह इस साल क्लीन एनर्जी निर्माण क्षेत्र का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू में से एक है।
बनयानट्री कैपिटल समर्थित प्रमुख एग्रोकेमिकल कंपनी सेफेक्स केमिकल्स इंडिया को भी फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल के लिए सेबी की मंजूरी मिली है। कंपनी जुटाई गई राशि का उपयोग क्षमता विस्तार और अधिग्रहण के लिए करेगी, ताकि अपनी क्रॉप सिक्योरिटी प्रोडक्ट सीरीज को मजबूत कर सके।
कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट रेंटल के सेक्टर में काम करने वाले गुरुग्राम स्थित एगकॉन इक्विपमेंट्स इंटरनेशनल को 330 करोड़ रुपये के आईपीओ की मंजूरी मिली है। कंपनी इस राशि का उपयोग नई मशीनरी खरीदने और कर्ज घटाने के लिए करेगी।
इसी बीच, फ्लिपकार्ट और मिराए एसेट समर्थित लॉजिस्टिक्स और टेक्नोलॉजी कंपनी शैडोफैक्स टेक्नोलॉजीज ने इस महीने की शुरुआत में सेबी के पास अपने प्री-आईपीओ दस्तावेज जमा किए थे। कंपनी को आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद लगभग 1,200 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है।
इसके अलावा, एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (इंडिया) लिमिटेड (एआरसीआईएल) को भी मंजूरी सूची में शामिल किया गया है। यह भारत की सबसे पुरानी एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनियों में से एक है और केवल बिक्री प्रस्ताव (प्योर ऑफर फॉर सेल) के माध्यम से आईपीओ लाने की योजना बना रही है। मुंबई स्थित और भारतीय स्टेट बैंक तथा आईडीबीआई बैंक समर्थित यह कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों की हिस्सेदारी घटाने की योजना बना रही है। यह कदम भारत के संकटग्रस्त परिसंपत्ति प्रबंधन क्षेत्र से आने वाला पहला आईपीओ हो सकता है, जो कई वर्षों बाद बाजार में आएगा।