भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बुधवार को कहा कि देश में फास्टैग इस्तेमाल करने वालों की संख्या 2 करोड़ के पार पहुंच गई है। इसमें एक साल में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
फास्टैग में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन (आरएफआईटी) तकनीक का इस्तेमाल होता है, जिसमें ग्राहकों को सुगम और प्रभावी तरीके से टोल प्लाजा पार करने की सुविधा मिलती है और टोल भुगतान करने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता है।
एनएचएआई ने एक बयान में कहा है, ‘देश में फास्टैग इस्तेमाल करने वालों की संख्या 2 करोड़ को पार कर गई है, जिसमें एक साल में 400 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। इससे कुल टोल संग्रह प्रतिदिन बढ़कर 92 करोड़ रुपये हो गया है, जो एक साल पहले के रोजाना के 70 करोड़ रुपये कर संग्रह की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है।’ अब कुल टोल संग्रह में फास्टैग का हिस्सा बढ़कर करीब 75 प्रतिशत हो गया है।
