तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल समेत अनेक विपक्षी दलों तथा वाम दलों के नेता मंगलवार को यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर जमा हुए और उन्होंने अनेक विषयों पर बातचीत की। सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ तीसरे मोर्चे की अटकलों के बीच बैठक हो रही है।
बैठक में शामिल हुए माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता नीलोत्पल बसु ने कहा कि यह राजनीतिक बैठक नहीं थी बल्कि समान विचारों वाले लोगों के बीच संवाद था। उन्होंने कहा, ‘बैठक में कोविड प्रबंधन, संस्थानों पर ‘हमले’ और बेरोजगारी जैसे विषयों पर चर्चा हुई।’ बैठक करीब 2 घंटे तक चली, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, समाजवादी पार्टी (सपा) के घनश्याम तिवारी, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी, आम आदमी पार्टी (आप) के सुशील गुप्ता और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के बिनय विस्वाम शामिल हुए। नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, कांग्रेस के पूर्व नेता संजय झा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता पवन वर्मा ने भी बैठक में भाग लिया। इनके अलावा पवार के आवास पर पहुंचने वाले लोगों में जावेद अख्तर तथा के सी सिंह आदि शामिल थे।
इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक वरिष्ठ नेता ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर बताया था कि बैठक की मेजबानी पवार जरूर कर रहे हैं लेकिन इसे ‘राष्ट्र मंच’ के संयोजक सिन्हा ने आयोजित किया है। सिन्हा ने 2018 में राजनीतिक कार्रवाई समूह ‘राष्ट्र मंच’ का गठन किया था जिसने भाजपा नीत सरकार की नीतियों पर निशाना साधा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के आवास पर विपक्षी नेताओं की बैठक पर मंगलवार को टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह राजनीति पर चर्चा करने का समय नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मेरा इरादा कोविड की स्थिति को केंद्रबिंदु में लाने का है। मेरा इरादा यह है कि हम सरकार को कदम उठाने की दिशा की तरफ मोड़ें। इसलिए मैं खुद को और आपको भटकाना नहीं चाहता।’ उन्होंने कहा कि इस पर बातचीत करने का समय और स्थान अलग है तथा समय आने पर वह इस मसले पर बात करेंगे।
दिल्ली पहुंचे नीतीश कुमार
केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार होने पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उसमें शामिल होने की अटकलों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। हालांकि उनकी पार्टी जदयू ने आंख के इलाज के लिए मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने की बात कही।
पटना हवाई अड्डे से मंगलवार को एक निजी विमान से मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली के लिए रवाना होने वालों में उनके विश्वासपात्र माने जाने वाले जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जदयू नेता और नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार सिंह और नीतीश के मित्र उदयकांत मिश्र समेत सुरक्षा अधिकारी राजेश शामिल थे।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड बहुमत के बाद मंत्रिमंडल में सहयोगी दलों के लिए ‘प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व’ के प्रस्ताव को नीतीश ने ठुकरा दिया था। भाषा