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मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ की समीक्षा बैठक

Last Updated- December 15, 2022 | 1:24 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक कर इन राज्यों में कोरोनावायरस संक्रमण की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। इन सात राज्यों में कोविड-19 के 63 फीसदी मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों ने हिस्सा लिया।
केंद्र सरकार ने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि देश में कोरोना के कुल पुष्ट मामलों का 65.5 फीसदी और कुल मृत्यु के 77 फीसदी मामले भी इन्हीं राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। बयान के मुताबिक अन्य पांच राज्यों के साथ-साथ पंजाब और दिल्ली में हाल ही में कुल मामलों की संख्या में काफी तेज वृद्धि दर्ज की गई है। महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली में मृतकों की संख्या भी काफी बढ़ी है। इन राज्यों में मृत्यु दर दो प्रतिशत से अधिक है जो कि मृत्यु दर का उच्च औसत है। पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा उनकी संक्रमण की पुष्टि दर राष्ट्रीय औसत 8.52 प्रतिशत से अधिक है। बयान में कहा गया कि केंद्र सरकार राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के प्रभावी सहयोग और निकट समन्वय के साथ मिलकर कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रही है।

संसद में हंगामा
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कुछ अन्य सांसदों ने बुधवार को संसद भवन के बाहर हाथों में धान की फसल लेकर हाल ही में पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों के कई राज्यसभा सदस्यों ने दोपहर के समय संसद परिसर में मौन प्रदर्शन किया तो शाम के समय विपक्ष के कई लोकसभा सदस्यों ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस सहित तृणमूल कांग्रेस, भाकपा, माकपा, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।  विरोध प्रदर्शन कर रहे सांसद अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिन पर ‘किसानों को बचाओ’, ‘मजदूरों को बचाओ’, ‘लोकतंत्र को बचाओ’ जैसे नारे लिखे थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्यसभा के विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिभा से भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तक मार्च निकाला।
लोकसभा की कार्यवाही शाम छह बजे आरंभ होने से पहले कांग्रेस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया और कृषि विधेयकों को वापस लेने की मांग करते हुए सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई और शशि थरूर, द्रमुक के टीआर बालू एवं कनिमोई और कई अन्य दलों के सांसदों ने हिस्सा लिया। विभिन्न विपक्षी दल कृषि संबंधी विधेयकों के संसद में पारित किए जाने का विरोध कर रहे हैं और उन्होंने संसद की कार्यवाही का भी बहिष्कार किया है। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे इन विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने का अनुरोध किया है। भाषा

First Published - September 24, 2020 | 12:53 AM IST

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