कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर जनता के हितों की कीमत पर दो-तीन पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक इनकी सरकार नहीं हटेगी तब तक बेरोजगारी, मंहगाई जैसी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। देहरादून के परेड ग्राउंड में कांग्रेस की ‘विजय सम्मान रैली’ को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि आज देश को बांटा जा रहा है, कमजोर लोगों को सताया जा रहा है और केंद्र की पूरी सरकार केवल दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ बनाए गए काले कृषि कानूनों को वापस लेते समय प्रधानमंत्री ने अपनी गलती स्वीकार की और माफी मांगी। राहुल ने कहा कि यह प्रधानमंत्री की गलती नहीं बल्कि एक ‘साजिश’ थी।
उन्होंने कहा, ‘यह काम दो-तीन उद्योगपतियों के लिए किया जा रहा था। हिंदुस्तान के हरेक किसान की मेहनत, उसकी आमदनी उससे छीनी जा रही थी।’ राहुल ने नोटबंदी, गलत जीएसटी और कोरोना संकट के दौरान बड़े उद्योगपतियों के लिए कर माफी को छोटे और मध्यम व्यापारियों, किसान और मजदूरों पर दो-तीन पूंजीपतियों का ‘आक्रमण’ बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके मोदी सरकार ने रोजगार देने की क्षमता रखने वाले छोटे और मझोले व्यापारियों और दुकानदारों को भी नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी और जीएसटी पूंजीपतियों के हथियार हैं और नरेंद्र मोदी जी इम्प्लीमेंटर है।’ भाषा
