महाकुंभ में उमड़ रहे लोगों के सैलाब और इसके चलते चौतरफा हो रहे ट्रैफिक जाम की खबरों के बीच उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी तादाद में फसरों की तैनाती मेला क्षेत्र में करने के साथ पूरी व्यवस्था को नए सिरे से चाक- चौबंद किया है। भीषण जाम लगने से नाराज मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा है कि इस तरह की स्थिति आगे नहीं आनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सोमवार देर रात मेला क्षेत्र में तैनात व सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की और नए सिरे से ट्रैफिक प्लान जारी करने के निर्देश दिए। नयी व्यवस्था के तहत बुधवार को माघी पूर्णा के स्नान के दिन पूरे प्रयागराज शहर को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। मेला क्षेत्र में रह रहे कल्पवासियों के भी वाहनों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कुंभ मेले के लिए जारी किए गए सभी वीवीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं। माघी पूर्णिमा के मौके पर भीड़ की आशंका को देखते हुए अक्षयवट और लेटे हनुमान जी का मंदिर बुधवार को बंद रहेगा।
प्रयागराज के यातायात को सुधारने के लिए लागू की गई नयी व्यवस्था के तहत अब शहर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के वाहन बाहर की पार्किंग में खड़े हो जाएंगे। ट्रेन से आने वालों को भी स्टेशन से संगम तक पैदल ही जाना होगा। इस तरह संगम स्नान के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओंको कम से कम 10 किलोमीटर की दूरी पैदल ही तय करनी होगी। आने व जाने के रास्ते अलग कर दिए गए हैं। स्टेशन व मेला के आसपास की गलियों को भी वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि प्रयागराज शहर से बाहर निकलने पर कोई रोक नहीं है। शहर से बाहर को जाने वाले वाहनों को जाने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अफसरों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि प्रयागराज को आने वाली सड़कों पर वाहनों की कतार नहीं लगनी चाहिए और न ही जमा की स्थिति बने। उन्होंने ट्रैफिक व क्राउड मैनेजमेंट को सख्ती से लागू करने को कहा है। सभी पार्किंग स्थलों से मेला परिसर तक शटल बसों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा है और किसी भी स्टेशन पर ज्यादा भीड़ न लगने देने के निर्देश दिए हैं।
वहीं प्रयागराज से लौट रहे श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा वाराणसी में लगने लगा है। मंगलवार को काशी विश्वनाथ के दर्शन करने पांच लाख से ज्यादा लोग पहुंचे जबकि शहर में 15 लाख लोग बाहर से आ चुके हैं। काशी स्वनाथ के दर्शन करने वालों की सात किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई है। बुधवार को रविदास जयंती के चलते वाराणसी में भीड़ का दबाव काफी रहेगा। जिला प्रशासन का अनुमान है कि बुधवार को वाराणसी में बाहर से आने वालों की तादाद 50 लाख पार कर जाएगी।