facebookmetapixel
जाति, सत्ता और पीड़ा: जब विशेषाधिकार भी नहीं दिला पाता सम्मानTCS के शेयरों ने Q2 FY26 में दिखाई कमजोरी, राजस्व और मार्जिन रहा अनुमान के हिसाब से हीवित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में शेयर बाजार सुस्त, नकद और डेरिवेटिव वॉल्यूम में 20% की गिरावटएनएसई निफ्टी की चाल: अभी और बढ़त की संभावनात्योहारी सीजन में बढ़ी डेलिवरी की धमक, ई-कॉमर्स बूम से बढ़े मुनाफे और शेयरों में जोशबीमा सेक्टर में धोखाधड़ी पर IRDAI का सख्त रुख, कंपनियों को फ्रॉड रिस्क मैनजमेंट फ्रेमवर्क तैयार करने का आदेश!Gold-Silver Price Outlook: अगले हफ्ते कैसी रहेगी सोने-चांदी की चाल? त्योहारी मांग और महंगाई डेटा पर रहेगी नजरBihar Assembly Election: NDA में सीट शेयरिंग हुई फाइनल, बीजेपी-जेडीयू 101-101 सीटों पर लड़ेगी चुनावSEBI Investment Survey: जोखिम लेने से बचते हैं 80% भारतीय परिवार, Gen Z भी पीछे नहींभारत में मरीज चाहते हैं स्वास्थ्य को लेकर भरोसेमंद जानकारी और अच्छी गुणवत्ता वाली सेवाएं, रिपोर्ट में खुलासा

Gold-Silver Price Outlook: अगले हफ्ते कैसी रहेगी सोने-चांदी की चाल? त्योहारी मांग और महंगाई डेटा पर रहेगी नजर

Gold-Silver Price Outlook: त्योहारी मांग के बीच आने वाले सप्ताह में सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है

Last Updated- October 12, 2025 | 7:52 PM IST
Gold and Silver rate today

Gold-Silver Price Outlook: त्योहारी मांग के बीच आने वाले सप्ताह में सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि व्यापारी बाजार में फिजिकल सोने-चांदी पर प्रीमियम के साथ-साथ प्रमुख मैक्रोइकॉनॉमिक्स डेटा और अमेरिका में राजनीतिक घटनाओं को ध्यान में रख रहे हैं। निवेशक मंगलवार को फेडरल रिजर्व के अधिकारियों, विशेषकर जेरोम पॉवेल के बयान पर बारीकी से नजर रखेंगे। उनके संकेतों से निकट भविष्य में सोने की कीमतों की दिशा का अंदाजा लगाया जा सकेगा।

त्योहारी मांग और वैश्विक घटनाओं से तय होगी कीमत

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट (ईबीजी–कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च) प्रणव मेर ने कहा, “अगले हफ्ते सोने की कीमतों पर भारत में त्योहारों के दौरान भौतिक मांग के साथ-साथ वैश्विक राजनीतिक और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों का असर देखने को मिलेगा। खासतौर पर अमेरिका में स्पेंडिंग बिल के पारित होने और रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए कूटनीतिक कोशिशों का असर भी कीमतों पर पड़ सकता है। आने वाले महीनों में यही कारक सोने के रुझान को तय करेंगे।”

Also Read: ETFs या FoFs: सोने-चांदी में निवेश के लिए बेस्ट विकल्प कौन?

सोने की कीमतों में बढ़त का रुझान

मेर ने बताया कि सोने की कीमतों ने एक और सप्ताह बढ़त के साथ खत्म किया, हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहा। ऊंचे स्तरों से तेज गिरावट के बाद निचले स्तरों पर फिर से खरीदारी देखी गई। उन्होंने कहा, “यह स्थिति पहले से अनुमानित थी और आगे भी जारी रहेगी, क्योंकि बाजार में तेजी और मंदी वाले निवेशकों के बीच खींचतान चल रही है।”

उन्होंने कहा, “मूलभूत कारकों के मोर्चे पर कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। अमेरिका के व्यापार शुल्कों को लेकर अनिश्चितता अब भी बनी हुई है। राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा चीन पर टैरिफ लगाने की घोषणा ने सुरक्षित निवेश (Safe Haven) की मांग को एक बार फिर बढ़ा दिया है।”

निवेशकों ने की मुनाफावसूली

पिछले हफ्ते सोने की कीमतों में 3,251 रुपये यानी 2.75 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह गुरुवार को 1,23,677 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, सप्ताह के अंत तक मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर यह तेजी कुछ थमती हुई दिखी।

एंजल वन में डीवीपी–रिसर्च (नॉन-एग्री कमोडिटीज और करेंसीज) प्रतीमेश माल्या ने कहा, “हाल के महीनों में सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। साल 2025 में अब तक इसमें 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज की जा चुकी है। इसी कारण निवेशकों ने गुरुवार को मुनाफावसूली की, जिससे 1,23,677 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर से कीमतों में 3,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई। इस मुनाफावसूली ने पीली धातु में जबरदस्त उतार-चढ़ाव पैदा किया।”

शॉर्ट टर्म की नरमी के बावजूद, विश्लेषक सोने के लॉन्ग टर्म रुझान को लेकर सकारात्मक बने हुए हैं।

Also Read: सिल्वर की बढ़ती कीमतों के बीच कोटक MF ने लंपसम और स्विच-इन निवेश पर लगाई रोक

चांदी की लगातार बढ़ रही चमक

इस बीच, चांदी ने अपनी ऐतिहासिक तेजी जारी रखी। हालांकि उतार-चढ़ाव भी अधिक रहा। MCX पर चांदी की कीमतें पिछले हफ्ते 722 रुपये यानी 0.49 फीसदी बढ़कर गुरुवार को प्रति किलोग्राम 1,53,388 रुपये के नए शिखर पर पहुंच गईं।

वैश्विक स्तर पर, दिसंबर डिलीवरी के लिए कॉमेक्स (Comex) चांदी के वायदा शुक्रवार को प्रति औंस 49.96 डॉलर के उच्च स्तर तक पहुंचे, जबकि स्पॉट चांदी गुरुवार को थोड़े समय के लिए 51 डॉलर प्रति औंस को पार कर गई, लेकिन अंततः 50.29 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई।

एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिया सिंह ने कहा, “चांदी की ऐतिहासिक तेजी पिछले हफ्ते चरम पर पहुंच गई, जब गुरुवार को स्पॉट कीमतें 51.24 डॉलर प्रति औंस तक चढ़ गईं। यह 1980 के बाद का उच्चतम स्तर है, लेकिन तीव्र उतार-चढ़ाव और आपूर्ति की सीमाओं के बीच यह लगभग 50 डॉलर प्रति औंस पर समायोजित हो गई।”

उन्होंने कहा कि 2025 में चांदी सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली संपत्ति बनी हुई है, जिसमें साल की शुरुआत से अब तक 70% की जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई। यह बढ़त औद्योगिक मांग, सट्टा निवेश और सुरक्षित निवेश (Safe Haven) प्रवाह से प्रेरित है।

First Published - October 12, 2025 | 7:32 PM IST

संबंधित पोस्ट