टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए तो दीवानगी हम सबने देखी है मगर पिछले चार महीने से धोनी सीमेंट के भी दीवाने बढ़ते जा रहे हैं। चौंक गए न? मगर सच है कि सीमेंट बाजार में हाल के कुछ महीनों में सीएसके सीमेंट या धोनी सीमेंट का डंका बज रहा है। इंडिया सीमेंट्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम चेन्नई सुपर किंग्स और धोनी की लोकप्रियता भुनाने के लिए 16 मार्च को कंक्रीट सुपर किंग (सीएसके सीमेंट) नाम से सीमेंट ब्रांड बाजार में उतारा था। महज चार महीने में इस ब्रांड का 1.5 लाख टन सीमेंट बिक चुका है, जो इंडिया सीमेंट्स की कुल मासिक बिक्री का करीब 8 फीसदी है। सीएसके सीमेंट को खरीदार धोनी सीमेंट भी कहते हैं और निर्माण क्षेत्र में इसकी काफी चर्चा है।
धोनी 2008 से ही इंडिया सीमेंट्स समूह से जुड़े हैं और 2013 में उन्हें कंपनी का मार्केटिंग उपाध्यक्ष बना दिया गया। पहली बार कंपनी अपने मुख्य कारोबार यानी सीमेंट में सीएसके और धोनी ब्रांडों का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है।
इंडिया सीमेंट्स के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी आर पार्थसारथी बताते हैं, ‘कई लोग हमारी दुकानों पर आते हैं और धोनी सीमेंट मांगते हैं। हम भी ट्रेड में इसका फायदा उठा रहे हैं। पिछले तीन महीने में हमने 1 लाख टन सीएसके सीमेंट बेच दिया है और जल्द ही डेढ़ लाख टन तक पहुंच जाएंगे।’ ट्रेड श्रेणी में उत्पादक डीलर को सीमेंट बेचता है, जिसे वे ग्राहकों को बेचते हैं। गैर-ट्रेड श्रेणी में थोक ग्राहकों पर ध्यान दिया जाता है और खुदरा बिक्री नहीं होती।
इंडिया सीमेंट्स महीने में करीब 9 लाख टन सीमेंट बेचती है, जिसमें से लगभग 4.7 लाख टन ट्रेड श्रेणी में बिकता है। सीएसके सीमेंट शुरू होने से पहले इस श्रेणी में 4.3 लाख टन सीमेंट ही बिकता था। पार्थसारथी ने कहा, ‘शुरुआती तीन महीनों में ट्रेड श्रेणी में हर महीने सीएसके सीमेंट का 35,000 से 37,000 टन योगदान रहा है।
आने वाले वर्षों में इसकी हिस्सेदारी 25 फीसदी करने का हमारा लक्ष्य है।’
यह ब्रांड प्रीमियम श्रेणी में आता है जो आम सीमेंट से 25 रुपये महंगा है। मार्केटिंग का नया नुस्खा अपनाते हुए सीमेंट के कट्टों पर 7 नंबर लिखा गया हा, जो सीएसके में धोनी की जर्सी का नंबर है। यह इंडिया सीमेंट्स के दावे के मुताबिक सात खूबियों (मसलन जल्दी पक्का होना और नहीं झड़ना) को भी दर्शाता है।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी धोनी की गिनती देश के प्रमुख सेलेब्रिटी ब्रांडों में होती है। डफ ऐंड फेल्प्स की मार्च में जारी रिपोर्ट के मुताबिक धोनी की ब्रांड वैल्यू करीब 6.1 करोड़ डॉलर थी। ब्रांड वैल्यू के हिसाब से विराट कोहली, रणवीर सिंह, अक्षय कुमार और आलिया भट्ट के बाद धोनी पांचवें नंबर पर थे। अल्केमिस्ट ब्रांड कंसल्टिंग के संस्थापक समित सिन्हा कहते हैं, ‘धोनी की अब भी बड़ी ब्रांड वैल्यू है और लोगों के बीच किसी ब्रांड की खास छवि बनाने में वह काफी काम आते हैं। मगर सीमेंट के मामले में हमें देखना होगा कि उसे चुनने में आम लोगों की कितनी चलती है क्योंकि यह आम तौर पर दिखने वाली सामग्री नहीं होती। इसका इस्तेमाल ठेकेदारों और राजमिस्त्री पर निर्भर करता है।’
कंपनी शायद ग्राहकों के इसी वर्ग को अपनी आक्रामक मार्केटिंग के जरिये साध रही है। इसने राजमिस्त्री के लिए विशेष ऐप्लिकेशन रोरिंग किंग्स बनाया है। अगर राजमिस्त्री इसके जरिये सीएसके सीमेंट खरीदता है तो उसे पेटीएम जैसे प्लेटफॉर्म से कंज्यूमर ड्यूरेबल्स खरीदने पर विशेष प्रोत्साहन और छूट मिलती है।