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Year Ender: 2024 में बदल गई दुनिया की तस्वीर, राजनीति, कूटनीति में नई चुनौतियों का साल

वर्ष 2024 पूरी दुनिया के लिए उठापटक भरा रहा है। देशों की कूटनीतिक ताकत कसौटी पर कसी गई और दुनिया एक नए इतिहास की साक्षी बन गई।

Last Updated- December 25, 2024 | 11:31 PM IST
The picture of the world changed in 2024, a year of new challenges in politics and diplomacy 2024 में बदल गई दुनिया की तस्वीर, राजनीति, कूटनीति में नई चुनौतियों का साल

वर्ष 2024 पूरी दुनिया के लिए उठापटक भरा रहा है। अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप के सनसनीखेज चुनाव अभियान और राष्ट्रपति पद पर दोबारा निर्वाचन, पश्चिम एशिया में हमलों और जवाबी हमलों के बीच शांति स्थापित करने के प्रयासों के दरम्यान वैश्विक संबंधों की दिशा और दशा दोनों ही बदल गई। देशों की कूटनीतिक ताकत कसौटी पर कसी गई और दुनिया एक नए इतिहास की साक्षी बन गई।

ट्रंप की वापसी

अमेरिका की राजनीति में उथल-पुथल के बीच डॉनल्ड ट्रंप ने सभी चुनौतियों को धता बताते हुए व्हाइट हाउस में अपनी वापसी सुनिश्चित कर ली। इससे पहले चुनाव प्रचार अभियान के दौरान पेन्सिलवेनिया में एक चुनावी रैली और फिर फ्लोरिडा में उनके गोल्फ कोर्स के निकट ट्रंप पर कथित तौर पर जानलेवा हमले भी हुए थे।

अमेरिका में चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कई नाटकीय मोड़ आए। इनमें भारतीय मूल के जैव-तकनीकी क्षेत्र के उद्यमी विवेक रामास्वामी ने रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की दावेदारी छोड़ दी और ट्रंप की राह आसान बना दी। ईलॉन मस्क ने भी ट्रंप के पीछे अपना धन-बल झोंक दिया।

अमेरिका ने एक बार फिर पहली महिला राष्ट्रपति चुनने का मौका गंवा दिया मगर भारतीय मूल की पहली द्वितीय महिला के व्हाइट हाउस में कदम रखने का रास्ता जरूर साफ हो गया। उप-राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित जे डी वेंस की पत्नी उषा वेंस यह सम्मान हासिल करने वाली हैं।

परमाणु सहयोगी

इस वर्ष जून में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन से मुलाकात की थी। पिछले 24 वर्षों के दौरान उत्तर कोरिया का उनका यह पहला दौरा था। दोनों नेताओं ने परमाणु हथियारों से लैस दोनों देशों के बीच आपसी संबंध मजबूत बनाने पर जोर दिया।

बाद में अक्टूबर में पुतिन के 72वें जन्मदिन के मौके पर किम ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उन्हें निकटतम सहयोगी करार दिया। किम ने कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी संबंध नई ऊंचाइयां छुएंगे। नवंबर में नाटो ने रूस में उत्तर कोरिया के सैनिकों की मौजूदगी की पुष्टि कर दी।

कूटनीति में दोहरा दांव

अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन की आधिकारिक यात्रा पर गए। भारत और यूक्रेन के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद मोदी सोवियत संघ का हिस्सा रहे इस देश की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए।

इससे कुछ सप्ताह पहले ही मोदी ने मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात की थी। दिग्गज निवेशक मार्क मोबियस ने मोदी के प्रयासों की सराहना की और उन्हें एक महत्त्वपूर्ण शांतिस्थापक बताया और यहां तक कह दिया कि वह नोबेल शांति पुरस्कार पाने के हकदार हैं।

लोकतंत्र को झटका

एक चौंकाने वाले फैसले में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा कर दी। उन्होंने टेलीविजन पर अपने संदेश में ‘उत्तर कोरिया की साम्यवादी ताकतों’ से खतरे का हवाला देकर यह अप्रत्याशित कदम उठाने की घोषणा की। मगर विपक्ष के कड़े प्रतिरोध और लाखों लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद कुछ ही घंटों के भीतर योल को अपना यह फैसला वापस लेना पड़ा।

एक सप्ताह बाद दक्षिण कोरिया की संसद ने योल पर महाभियोग लगा कर उन्हें पद से हटा दिया। देश के पूर्व रक्षा मंत्री को इस पूरे प्रकरण में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार कर लिया गया।

दुर्घटना में मौत

मई में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। ईरान के पूर्वी प्रांत अजरबैजान में घने कोहरे के कारण यह दुर्घटना हुई। इसके दो महीने बाद सुधारवादी नेता मसूद पेजेश्कियान नए राष्ट्रपति निर्वाचित हुए।

रूस में प्रतिरोध का खात्मा

राष्ट्रपति पुतिन के आलोचक एवं विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की फरवरी में मॉस्को के एक जेल में मौत हो गई। ऐसा कहा गया कि टहलने के दौरान गिरने के बाद नवलनी की मौत हुई। मगर उनकी पत्नी यूलिया नवालनया ने क्रेमलिन के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया। इस घटना के बाद राजनीतिक उत्पीड़न के लिए पूरी दुनिया में रूस की आलोचना तेज हो गई।

राजनीतिक उथलपुथल

बांग्लादेश में छात्रों के नेतृत्व में शुरू हुआ आंदोलन अगस्त में चरम पर पहुंच गया जिसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति तोड़ दी और हसीना के आवास में घुस गए। इससे हसीना को विवश होकर देश छोड़ना पड़ा और उन्होंने भारत में शरण ली। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मुहम्मद यूनुस बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख चुने गए।

क्षेत्रीय सत्ता समीकरण में बदलाव

श्रीलंका में आर्थिक बदहाली के बाद अनुरा कुमारा दिसानायके राष्ट्रपति चुने गए। उधर नेपाल में के पी शर्मा ओली जुलाई में तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। इस बीच, पाकिस्तान में शहबाज शरीफ तीसरी बार प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे और आसिफ अली जरदारी नए राष्ट्रपति बने।

पश्चिम एशिया में भूचाल

सीरिया में हयात तहरीर अल शाम के लड़ाकों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटने पर विवश कर दिया। इसके साथ ही सीरिया में असद परिवार के पांच दशकों से चले आ रहे शासन का अंत हो गया। इजरायल ने सीरिया की गोलान पहाड़ियों पर सुरक्षित क्षेत्र में अपनी सेना भेज दी।

इजरायल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने माना कि उन्होंने सितंबर में लेबनान में पेजर विस्फोट करने का हुक्म दिया था। लेबनान में हुए सैकड़ों पेजर विस्फोट में हिजबुल्ला के 40 लड़ाके मारे गए। नवंबर में ईरान ने इजरायल पर लगभग 190 मिसाइल दागीं। हमास और इजरायल के बीच वार्ता भी जारी रही।
वेतन पर तनातनी

अमेरिका में बोइंग के कर्मचारी बेहतर वेतन की मांग करते हुए सितंबर में सात सप्ताह की हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के कारण लगभग 4 वर्षों से अधिक समय के बाद उनके वेतन में 40 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई। एक अन्य कंपनी फोक्सवैगन को इस घोषणा के बाद कड़े विरोध का सामना करना पड़ा कि वह जर्मनी में संयंत्र बंद करेगी और हजारों नौकरियां कम कर खर्च घटाएगी।

स्पेसएक्स का कैच

स्टारशिप रॉकेट प्रक्षेपित करने के बाद अक्टूबर में ईलॉन मस्क की स्पेसएक्स ने अंतरिक्ष से वापस लौट रहे बूस्टर को यांत्रिक हाथों से लपक कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस उपलब्धि के बाद दोबारा इस्तेमाल होने वाली अंतरिक्ष तकनीक में एक नया मानक जुड़ गया।

आखिरकार हुई रिहाई

विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज जून में ब्रिटेन की हिरासत से बाहर आ गए। रिहाई के लिए असांज को कुछ गोपनीय जानकारी सार्वजनिक करने का दोष स्वीकार करना पड़ा। अमेरिका के न्याय विभाग के साथ असांज ने यह समझौता किया। इसके बाद असांज अपने देश ऑस्ट्रेलिया चले गए।

जवाबदेही तय

अगस्त में टेलीग्राम संस्थापक रूस में जन्मे अरबपति पावेल डुरोव पर फ्रांस में कई अपराधों के आरोप लगे। फ्रांस की सरकार ने कहा कि डुरोव टेलीग्राम पर अनैतिक गतिविधियों को रोक पाने में विफल रहे।

अंतरिक्ष में फंसे यात्री

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर जून से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में फंसे हुए हैं। वे आठ दिन के एक अभियान पर आईएसएस गए थे। नासा ने उनकी वापसी में देरी के लिए बोइंग के अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी का हवाला दिया। नासा का कहना है कि उन्हें लौटने में कम से कम मार्च 2025 तक का समय लग सकता है।

First Published - December 25, 2024 | 10:57 PM IST

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