भारतीय मूल के काश पटेल ने शुक्रवार को एफबीआई (FBI) के डायरेक्टर के तौर पर शपथ ली। उन्होंने इसे अपने जीवन का सबसे बड़ा सम्मान बताया।
शपथ ग्रहण के बाद काश पटेल ने कहा, “मैं अमेरिकी ड्रीम को जी रहा हूं। आप एक ऐसे भारतीय से बात कर रहे हैं जो पहली जनरेशन का है और दुनिया के सबसे बड़े देश की लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी को लीड कर रहा है। ऐसा कहीं और मुमकिन नहीं है।”
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#WATCH | Washington | Kash Patel takes oath on the Bhagavad Gita, as the 9th Director of the Federal Bureau of Investigation (FBI).
Source: US Network Pool via Reuters pic.twitter.com/c5Jr0ul1Jm
— ANI (@ANI) February 21, 2025
काश पटेल ने किया वादा, एफबीआई में लाएंगे जवाबदेही
अमेरिका में काश पटेल ने वादा किया है कि एफबीआई के अंदर और बाहर जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी जर्नी और सक्सेस अमेरिकी ड्रीम का प्रूफ है, जो किसी भी बैकग्राउंड से आने वाले व्यक्ति के लिए मुमकिन है।
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काश पटेल के शपथ समारोह से पहले ट्रंप का बयान
काश पटेल के शपथ ग्रहण से पहले प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा, “मुझे लगता है कि काश पटेल एफबीआई डायरेक्टर के तौर पर अब तक के बेस्ट पर्सन साबित होंगे।” ट्रंप का यह बयान उस वक्त आया जब पटेल शपथ लेने की तैयारी कर रहे थे।
सीनेट में वोटिंग से मिली जीत
अमेरिकी सीनेट ने गुरुवार को 51-49 वोटों से पटेल की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। इस दौरान दो रिपब्लिकन सीनेटर, सूसन कॉलिन्स (मेन) और लिसा मर्कोव्सकी (अलास्का), ने डेमोक्रेट्स का साथ देते हुए उनके अपॉइंटमेंट का विरोध किया।
पटेल पहले काउंटरटेररिज्म प्रोसीक्यूटर और डिफेंस सेक्रेटरी के चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं। वह FBI के मुखर आलोचक माने जाते हैं, जिस कारण डेमोक्रेट्स ने उनकी नियुक्ति पर चिंता जताई है। उन्हें इस एजेंसी की आज़ादी को लेकर आशंकाएं हैं।
पटेल ने क्रिस्टोफर रे की जगह ली है, जिन्हें 2017 में डोनाल्ड ट्रंप ने अपॉइंट किया था। हालांकि, बाद में रे और ट्रंप के बीच अनबन हो गई, जिसके बाद रे ने रिजाइन कर दिया।
FBI डायरेक्टर का टेन्योर आमतौर पर 10 साल का होता है, ताकि एजेंसी पॉलिटिकल दबाव से बची रहे। लेकिन पटेल के ट्रंप के करीबी होने से इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह इस परंपरा को बरकरार रखेंगे।
डेमोक्रेट्स का कहना है कि पटेल की अपॉइंटमेंट से FBI की क्रेडिबिलिटी पर असर पड़ सकता है। सीनेटर एडम शिफ ने कहा, “FBI को डोनाल्ड ट्रंप की आर्मी की तरह काम नहीं करना चाहिए।”
इस पर पटेल ने भरोसा दिलाया कि वह एजेंसी में ट्रस्ट बहाल करेंगे। अपने कन्फर्मेशन के बाद उन्होंने कहा, “मेरा मिशन क्लियर है – अच्छे पुलिस अफसरों को अपना काम करने देना और FBI में फिर से विश्वास कायम करना।”