साल 2011 के बाद से कनाडा की आबादी में करीब 5 लाख भारतीय जुड़े हैं। कनाडा में पिछली बार साल 2011 में जनगणना हुई थी। उस वक्त कनाडा में भारतीय मूल के 18 लाख लोग थे।
कनाडा सरकार के अनुसार उस वक्त देश की आबादी 3.63 करोड़ थी। यह करीब-करीब केरल की कुल जनसंख्या के बराबर है। हालांकि, कनाडा क्षेत्रफल के लिहाज से भारत से तीन गुना बड़ा है।
लगातार बढ़ रही तादाद के कारण कनाडा में भारतीयों की आवाज बुलंद होती जा रही है। देश की कुल आबादी में उनकी भागीदारी 5 फीसदी हो गई है, जो साल 2011 में करीब 4 फीसदी थी। इसका मतलब यह है कि कनाडा में भारतीयों की आबादी देश की बढ़ रही आबादी तुलना में तेजी से बढ़ रही है, जिसका कारण कुछ हद तक आव्रजन है।
इसकी वजह से भारत में कनाडा से बड़ी मात्रा में धन आता है। भारतीय रिजर्व बैंक के रेमिटेंस सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक 2020-21 के दौरान भारतीयों को मिले कुल धनप्रेषण में यह राशि 1 प्रतिशत से कम है। इसकी बड़ी वजह यह है कि बड़ी मात्रा में धन पश्चिम एशिया और अमेरिका से आता है। कनाडा से करीब 4 अरब डॉलर से ज्यादा भारत आता है। यह जर्मनी, इटली और फिलीपींस जैसे देशों से आगे है।