facebookmetapixel
Nifty Smallcap में गिरावट की चेतावनी! 3 तकनीकी संकेत दे रहे हैं 5% क्रैश का इशाराक्या Hindalco अब उड़ान भरेगा? एक ब्रोकर ने दिया ₹920 का टारगेट, बाकी रहे सतर्कसोना खरीदने का वक्त आ गया! एक्सपर्ट दे रहे हैं निवेश की सलाह, बोले- अब नहीं खरीदा तो पछताएंगेटैरिफ विरोधियों को Trump ने बताया ‘मूर्ख’, बोले- अमेरिका के हर नागरिक को मिलेगा $2,000 का डिविडेंड₹9,975 तक के टारगेट! नतीजों के बाद Bajaj Auto पर 4 ब्रोकरेज हाउसों की राय सामने आईLenskart Share: ₹390 पर कमजोर लिस्टिंग के बाद 2% उछला स्टॉक, बेच दें या होल्ड करें शेयर?राशन कार्ड के लिए सरकारी दफ्तर जाने की जरूरत नहीं, बस ये ऐप डाउनलोड करेंQ2 results today: ONGC से लेकर Vodafone Idea और Reliance Power तक, आज इन कंपनियों के आएंगे नतीजेBihar Elections 2025: हर 3 में 1 उम्मीदवार पर है आपराधिक मामला, जानें कितने हैं करोड़पति!₹70 तक का डिविडेंड पाने का आखिरी मौका! 11 नवंबर से 10 कंपनियों के शेयर होंगे एक्स-डिविडेंड

यूपी में बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान को जारी रख सकती है UPPCL

ड्रोन से बिजली चोरी पकड़ने की कवायद काफी सफल रही है और अब प्रदेश के बाकी शहरों से भी इसकी मांग आ रही है।

Last Updated- June 21, 2023 | 3:55 PM IST
electricity consumption

उत्तर प्रदेश में चल रहे बिजली चोरी रोकने के अभियान का असर राजस्व के साथ ही ट्रांसफार्मरों के लोड पर भी पड़ा है। अभियान की सफलता को देखते हुए अब इसे पूरे साल चलाए जाने पर विचार किया जा रहा है। हाल ही में ड्रोन से बिजली चोरी पकड़ने की कवायद का भी सकारात्मक नतीजा निकला है।

उत्तर प्रदेश में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की पुलिस अधीक्षक, विजिलेंस, अंकिता सिंह ने बताया कि गर्मी में बिजली की बढ़ी मांग के सापेक्ष आपूर्ति की व्यवस्था करने के बाद भी उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही थी। इसका कारण बड़े पैमाने पर हो रही बिजली चोरी थी जिसे रोकने के लिए खास अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि अभियान के बढ़िया नतीजे सामने आए हैं और न केवल चोरी रुकी है बल्कि राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है। सामान्य दिनों में चलने वाली चेकिंग के मुकाबले अभियान के दौरान बड़ी तादाद में बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैं। कई स्थानों पर बिजली के राजस्व में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।

अंकिता सिंह ने बताया कि ड्रोन से बिजली चोरी पकड़ने की कवायद काफी सफल रही है और अब प्रदेश के बाकी शहरों से भी इसकी मांग आ रही है। वर्तमान में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में भी सतर्कता का काम देख रही सिंह ने बताया कि राजधानी में ड्रोन के प्रयोग के बाद अब आगरा में भी इसकी जरूरत महसूस हो रही है। ड्रोन से न केवल नतीजे मिल रहे हैं बल्कि समय की भी बचत हो रही है। उन्होंने बताया कि अंडरग्राउंड केबल डालने, स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने और नए तरह के आर्म्ड केबल से आपूर्ति करने से काफी हद तक बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आती है। हालांकि अभी सभी जगहों पर यह संभव नहीं हो पाया है और इसमें समय लगेगा। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि बिजली चोरी के मामले ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पकड़ में आ रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिन इलाकों में स्वीकृत भार और खपत के मुकाबले काफी कम यहां तक कि 60 फीस तक कम राजस्व मिल रहा है वहां अभियान चलाने पर जोर रहा है। सामान्य तौर पर लाइन हानियां 5 फीसदी होनी चाहिए पर बड़ी तादाद में होने पर जरूर बिजली का अंदेशा होता है।

गौरतलब है कि बिजली चोरी रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में विशेष थानों की स्थापना की है। अंकिता सिंह ने बताया कि सभी 75 जिलों में बिजली चोरी के थाने काम कर रहे हैं और इससे काफी मदद मिली है।

First Published - June 21, 2023 | 3:55 PM IST

संबंधित पोस्ट