उत्तर प्रदेश की राजधानी के करीब 1000 एकड़ में बनने वाले पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क (PM Mitra Mega Textile Park) के लिए मंगलवार को केंद्र व राज्य सरकार के बीच एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए।
लखनऊ के मलिहाबाद इलाके के अटारी गांव में बन रहे इस टेक्सटाइल पार्क में 10000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश का अनुमान है जबकि यहां एक लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
प्रस्तावित टेक्सटाइल पार्क में अपनी इकाई लगाने के लिए अब 67 निवेशकों ने 2396.85 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिए एमओयू का प्रस्ताव दिया है।
इन कंपनियों में आदित्य बिरला समूह ने 300 करोड़ रुपये, गणेश इकोस्फीयर ने 250 करोड़ रुपये, अजुल डेनिमकार्ट एलएलपी ने 150 करोड़ रुपये, क्रैकर जीन्स एंड कैजुअल्स ने 125 करोड़ रुपये, अरिकाव टेक्सटाइल ने 120 करोड़ रुपये और एसवीएम इंक ने 100 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव सौंपा है।
जियोसिस इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर व सुवी इंडिया ने 100-100 करोड़ रुपये, आरजवम टैकफैब ने 75 करोड़ रुपये, पार्थ ट्रेड, रोमसंस, क्लासिक कांसेप्ट्स व टीटी इंडिया ने 50-50 करोड़ रुपये तो टेक्सोफैब स्पिनिंग मिल्स एलएलपी ने भी 50 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है।
लखनऊ में एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान अपने संबोधन में केंद्रीय कपड़ा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि तमिलनाडु व कर्नाटक के बाद उत्तर प्रदेश में यह देश का तीसरा मेगा टेक्सटाइल पार्क बनने जा रहा है। देश में इस तरह के कुल सात मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उद्योगों के लिए सबसे जरूरी कानून व्यवस्था का उत्तम होना है जोकि उत्तर प्रदेश में अब दिखाई देता है। इस प्रदेश के एक्सप्रेस वे आज दुनिया में ईर्ष्या के कारण बने हैँ। स्पीड, स्केल और स्किल मोदी के इन तीन वाक्यों पर आज उत्तर प्रदेश चल रहा है और एक ट्रिलियन इकोनॉमी की ओर अग्रसर है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क के तहत एमओयू यूपी की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान राज्य है यहां बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर है उसके बाद यहां के लोग वस्त्र उद्योग पर निर्भर हैं। कानपुर वस्त्र उद्योग का बड़ा केन्द्र रहा पर एक कालखंड ऐसा आया जिससे यूपी को पहचान का संकट खड़ा हो गया। योगी ने कहा कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में अगले पांच माह में 19 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट धरातल पर उतरेंगे।
यूपी सरकार वस्त्र उद्योग क्षेत्र मे कामगारों के लिए नई स्कीम इंटर्नशिप भी शुरू कर रही है। टेक्सटाइल पार्क में लगने वाले उद्योग को बिजली में 2 रुपये प्रति यूनिट की छूट मिलेगी। उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के साथ-साथ निवेशकों को उनकी पूंजी की सुरक्षा भी गारंटी मिलेगी।
केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय ने टेक्सटाइल पार्क में स्थापित होने वाली इकाइयों के लिए 300 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था की है। इकाई के कुल बिक्री कारोबार का तीन फीसदी या अधिकतम 30 करोड़ रुपये पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश वस्त्र एवं परिधान नीति 2022 के तहत मेगा टेक्सटाइल पार्क में स्थापित होने वाली इकाइयों को विशेष प्रोत्साहन भी मिलेगा। न्यूनतम 50 रोजगार पैदा करने वाली इकाइयों को पांच सालों तक दो रुपये प्रति यूनिट की दर पर बिजली सब्सिडी अधिकतम 60 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक दी जाएगी।
इकाइयों को संयंत्र व मशीनरी की लागत का 25 फीसदी कैपिटल सब्सिडी, जमीन खरीदने पर स्टांप शुल्क में 100 फीसदी की छूट, दस सालों तक बिजली शुल्क से 100 फीसदी छूट, प्लांट व मशीनरी के लिए लिए गए कर्ज पर ब्याज में सात सालों के लिए 60 फीसदी सब्सिडी, पांच सालों के लिए नई परिधान इकाइयों को माल भाड़े में 25 से लेकर 75 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी।
इसके अलावा मेगा व सुपर मेगा गारमेंट इकाइयों को पांच सालों तक प्रति श्रमिक प्रति माह 3200 रुपये की रोजगार सृजन सब्सिडी मिलेगी।