उत्तर प्रदेश की राजधानी में हो रही ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) में देश-विदेश के 3500 से अधिक निवेशक मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 19 फरवरी को होने वाली GBC में 10.11 लाख करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं की शुरुआत होगी।
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में आगामी 19-21 फरवरी को प्रस्तावित ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने विभागवार और जनपदवार निवेश प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, विकास प्राधिकरणों के सीईओ आदि को दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीबीसी में 500 करोड़ रुपये से अधिक की 262 परियोजनाएं सम्मिलित हैं, जबकि 100-500 करोड़ रुपये तक की 889 औद्योगिक परियोजनाएँ जमीन पर उतरेंगी। प्रदेश के सभी 75 जिले इससे लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम में 3500 से अधिक इन्वेस्टर्स हिस्सा लेंगे। विशिष्ट समारोह में अनेक केंद्रीय मंत्रीगणों, विभिन्न राजदूतों, जनप्रतिनिधिगणों की भी सहभागिता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 देशों के 21 नगरों और देश के 10 शहरों में रोड शो सहित प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेशक सम्मेलन के बाद बीते साल तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 39.52 लाख करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे 1.10 करोड़ नौकरी या रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
अब उत्तर प्रदेश इन निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह तैयार है। पहले दिन 19 फरवरी को प्रधानमंत्री जी द्वारा एक साथ 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों के जमीनी क्रियान्वयन की शुरुआत होगी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के बाद पहली ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों का क्रियान्वयन प्रारम्भ हुआ था। अब 6 वर्ष बाद जीबीसी-4.0 में एक साथ 10 लाख 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों के ग्राउण्ड ब्रेकिंग की तैयारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीबीसी के मद्देनजर पूरी राजधानी को सजाया जाएगा। मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री के सम्बोधन का सभी जिलों में सीधा प्रसारण कराया जाये। इसके लिए स्क्रीन लगाई जाएं। जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय उद्यमियों व व्यापारियों को आमंत्रण पत्र भेजा जाए। यहां जनप्रतिनिधिगणों को भी आमंत्रित किया जाए।
उन्होंने कहा कि 20 और 21 फरवरी को विभिन्न विषयों पर सेक्टोरल सेशन आयोजित किए जाएं। इस समारोह में विभिन्न तकनीकी, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थानों के छात्रों को आमंत्रित किया जाए तथा उनके आवागमन की समुचित व्यवस्था की जाए।