उत्तर प्रदेश के विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर विधानसभा में चली 24 घंटे की चर्चा का समापन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विपक्ष पर जमकर हमला बोला। गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री के संबोधन के मंत्रियों व विधायकों की सुख सुविधा बढ़ाने संबंधी विधेयक पारित करने के बाद सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
अपने संबोधन में योगी ने कहा कि प्रदेश आगे बढ़ रहा है जबकि विपक्ष के लोग परिवार तक सीमित रहना चाहते हैं। समाजवादी पार्टी के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि सपा यूपी को परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी का शिकार बनाना चाहती है। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश का विजन रखते हुए कहा कि इसरो के चेयरमैन से बात कर रहे हैं और जल्द ही प्रदेश का अपना सैटेलाइट लॉंच करेंगे। उन्होंने कहा कि कि अगले पांच सालों में प्रदेश के हर नागरिक को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने पर काम हो रहा है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाया जाएगा।
पांच अंतरराष्ट्रीय शहर उत्तर प्रदेश में विकसित किए जाएंगे। यूपी को विश्व की सांस्कृतिक राजधानी बनाना होगा जिसके लिए स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर) विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2030 तक जीरो पावर्टी का लक्ष्य हासिल किया जाएगा और हर जिले में रोजगार जोन स्थापित होंगे। अगले पांच साल में आधी आबादी को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति के आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि 2016-17 में यूपी की जीएसडीपी 13 लाख करोड़ रुपये थी, जो इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। राष्ट्रीय जीडीपी में यूपी का योगदान 8 फीसदी से बढ़कर 9.5 फीसदी हो गया है। प्रति व्यक्ति आय 43 हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 20 हजार रुपये तक पहुंच चुकी है। निर्यात 84 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 1 लाख 86 हजार करोड़ रुपये हो गया है और राज्य का बजट 3 लाख करोड़ से बढ़कर 8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
नीति आयोग के फिस्कल हेल्थ इंडेक्स में 8.9 अंकों का सुधार दर्ज किया गया है। डिजिटल लेनदेन 122 करोड़ रुपये से बढ़कर 1400 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी बीमारू राज्य से रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले सरकारी योजनाओं में भेदभाव था, अब बिना तुष्टिकरण के राज्य का विकास हो रहा है।
इससे पहले चर्चा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट से पहले ये भी देखना चाहिए कि पहले के जो संकल्प थे वो कितने पूरे किए गए। उसकी समीक्षा नहीं करेंगे तो यह भी वैसे ही रह जाएगा। उन्होंने कहा कि 10000 स्कूल पूरी तरह से बंद कर दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बौद्ध स्थलों को विकसित करना चाहिए तभी डॉलर आएगा। पांडे ने कहा कि शंकर की पूजा करने वालों व मथुरा से नहीं बल्कि बौद्ध लोगों के आने से डॉलर मिलेगा। उन्होंने प्रदेश में आउटसोर्सिंग से होने वाली भर्ती पर भी सवाल उठाए।
दूसरी तरफ विधानसभा में चली 24 घंटे की चर्चा पर पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे अमानवीय करार दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में कोई बात हो तो उसकी नकल कैसे हो इस पर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के काम करने का तरीका है कि फर्जी वोट बढ़वाना। यह जो वोट चोरी है उसके लिए पॉलीटिकल पार्टी के वर्कर्स को तैयार रहना पड़ेगा।