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MDH और Everest की मुसीबतें और बढ़ी, अब इस देश ने भी शुरू की मसालों की जांच

MDH, Everest spice row: FSSAI ने MDH और Everest प्लांटों का निरीक्षण किया है और ग्लोबल जांच के बाद नमूने ट्रायल के लिए भेजे हैं, हालांकि परिणाम अभी तक पब्लिक नहीं किए गए हैं।

Last Updated- May 15, 2024 | 3:55 PM IST
Everest_MDH masala row

MDH, Everest spice row: देश के दो लोकप्रिय मसाला ब्रांड एमडीएच प्राइवेट लिमिटेड (MDH) और एवरेस्ट फ़ूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (Everest) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। सिंगापुर, हांगकांग अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूजीलैंड ने भी इन कंपनियों के मसालों की क्वालिटी पर सवाल उठाया है।

न्यूजीलैंड ने भी शुरू की मसालों की जांच

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजीलैंड के खाद्य सुरक्षा नियामक ने बुधवार को कहा कि वह अन्य देशों में जांच का सामना करने के बाद टॉप भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के मसाला उत्पादों में संभावित रसायनों के मिलावट की जांच कर रहा है।

मसालों में एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा काफी ज्यादा होने का दावा

एमडीएच और एवरेस्ट के मसाला उत्पाद पिछले महीने तब विदेशी खाद्य सुरक्षा नियामकों की रडार पर आ गए जब सिंगापुर ने इन कंपनियों के कुछ प्रोडक्ट की ब्रिकी पर रोक लगा दी। सिंगापुर फूड एजेंसी (SFA) ने दावा किया था कि इस मसाले में एथिलीन ऑक्साइड (ethylene oxide) की मात्रा काफी ज्यादा है, जो कि इंसान की सेहत के लिए सही नहीं है। बता दें एथिलीन ऑक्साइड एक तरह का पेस्टीसाइट है, जिसके सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने का खतरा होता है।

सिंगापुर के बाद हांगकांग ने भी इन कंपनियों के कुछ मसालों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी एमडीएच और एवरेस्ट के मसाला उत्पादों में संभावित रसायनों के मिलावट की जांच कर रहे हैं।

रॉयटर्स को दिए एक बयान में, न्यूजीलैंड के खाद्य सुरक्षा नियामक ने कहा कि विदेशी रिकॉल (overseas recall) से अवगत है।

Also read: स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया का आदेश, MDH और Everest शेयर करे क्वालिटी चेक डिटेल्स

एमडीएच और एवरेस्ट के मसालें न्यूजीलैंड में भी लोकप्रिय

न्यूजीलैंड के खाद्य सुरक्षा नियामक के कार्यवाहक उप-महानिदेशक जेनी बिशप ने कहा, “एथिलीन ऑक्साइड एक रसायन है जो मनुष्यों में कैंसर का कारण बनता है, और भोजन को स्टरलाइज़ करने के लिए इसका उपयोग न्यूजीलैंड और अन्य देशों में चरणबद्ध तरीके से बंद कर दिया गया है। चूंकि एमडीएच और एवरेस्ट मसाले न्यूजीलैंड में भी उपलब्ध हैं, इसलिए हम इस मुद्दे पर विचार कर रहे हैं।”

एमडीएच और एवरेस्ट ने टिप्पणी के लिए रॉयटर्स के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया। हालांकि इस मुद्दे पर दोनों कंपनियों ने अपने पिछले कुछ बयानों में कहा है कि उनके उत्पाद उपभोग के लिए सुरक्षित हैं।

FSSAI ने एमडीएच और एवरेस्ट प्लांटों का निरीक्षण किया

भारत के खाद्य सुरक्षा नियामक (FSSAI) ने एमडीएच और एवरेस्ट प्लांटों का निरीक्षण किया है और ग्लोबल जांच के बाद नमूने ट्रायल के लिए भेजे हैं, हालांकि परिणाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।

दशकों से, एमडीएच और एवरेस्ट के उत्पाद भारत में बेहद लोकप्रिय हैं और यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका के देशों में निर्यात किए जाते हैं।

First Published - May 15, 2024 | 3:55 PM IST

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