कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ रविवार को देश भर में ‘संकल्प सत्याग्रह’ किया। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और गुजरात जैसे कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध में हिस्सा लिया।
संकल्प सत्याग्रह की शुरुआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर आरोप लगाया कि लोगों के हित में आवाज उठाने की वजह से शहीद के बेटे की आवाज बंद करने की कोशिश की जा रही है।
प्रियंका ने कहा कि देश को जोड़ने के लिए हजारों किलोमीटर चलने वाला व्यक्ति एवं शहीद प्रधानमंत्री का बेटा कभी देश का अपमान नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘आज तक वे हमारे परिवार का अपमान करते रहे हैं और हम चुप रहे लेकिन अब और नहीं। मेरे परिवार के सदस्यों का बार-बार अपमान करने के लिए अब तक कितने भाजपा नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं?’
प्रियंका ने कहा, ‘आपने एक शहीद के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफर कहा, संसद में उसकी मां का अपमान किया। संसद में प्रधानमंत्री पूछते हैं कि यह परिवार ‘नेहरू’ उपनाम का इस्तेमाल क्यों नहीं करता। आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडितों की परंपरा का अपमान किया है।’
हालांकि भाजपा ने ‘संकल्प सत्याग्रह’ को लेकर रविवार को कांग्रेस की आलोचना की और आरोप लगाया कि वह देश के ‘पूरे पिछड़े समुदाय’ के खिलाफ राहुल गांधी की टिप्पणी को सही ठहराने के लिए देश के संविधान और अदालत के फैसले के खिलाफ आंदोलन कर रही है।
भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए कहा, ‘क्या यह देश के पूरे पिछड़े समुदाय का अपमान करने के तरीके को सही ठहराने के लिए है या उस अदालत के खिलाफ जिसने आपको सजा सुनाई है या उस प्रावधान के खिलाफ जिसके तहत आपको अयोग्य ठहराया गया है?’
वहीं भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राहुल को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने पर उन पर टिप्पणी करते कहा कि रस्सी जल गई लेकिन बल एवं अहंकार नहीं गया।
राहुल को सूरत की एक अदालत द्वारा 2019 के मानहानि के एक मामले में दो साल जेल की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद केरल की वायनाड सीट से उनकी लोकसभा सदस्यता शुक्रवार को अयोग्य ठहरा दी गई। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा।
राहुल गांधी ने रविवार को ट्विटर पर अपने परिचय में बदलाव करते हुए ‘अ-योग्य सांसद’ (डिस्क्वालीफाइड एमपी) लिखा। उन्होंने वायनाड के अपने आधिकारिक ट्विटर खाते में भी अपने परिचय की जगह पर अ-योग्य सांसद लिखा। भाजपा के नेता अमित मालवीय ने रविवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका पर अपने भाई राहुल गांधी की शैक्षणिक पृष्ठभूमि के बारे में झूठ बोलने का आरोप भी लगाया।
वहीं दूसरी ओर कई अन्य दलों ने राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाई की निंदा की। केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने कहा कि लोकसभा से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराने संबंधी उसके बयान कांग्रेस नेता के समर्थन में नहीं हैं, बल्कि वह उनके खिलाफ भाजपा की अलोकतांत्रिक कार्रवाई का विरोध कर रही है।
कांग्रेस के शीर्ष नेता अशोक गहलोत और अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस मुद्दे की वजह से विपक्ष एकजुट है और यह एकता दिन ब दिन बढ़ेगी। गहलोत ने कहा, ‘तीसरी बार मुझे राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया अब ओबीसी के लिए इससे बड़ा संदेश क्या होगा।’
पूर्व वित्त मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने से कांग्रेस और मजबूत होगी और अगले साल आम चुनावों में उसे इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने इस दौर को ‘अघोषित आपातकाल’ का दौर कहा।
दिल्ली में, पुलिस ने कांग्रेस को राजघाट पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ करने की अनुमति नहीं दी। इस संकल्प सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे खरगे ने कहा कि कि जब नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे भगोड़े लोगों की आलोचना की जाती है तब सत्ताधारी पार्टी को दर्द क्यों होता है।
उन्होंने कहा, ‘वे अब ओबीसी की बात करते हैं, क्या ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी ओबीसी है, वो लोगों का पैसा लेकर भाग गए। अगर वे भगोड़े हैं तो उनकी आलोचना होने पर आपको दर्द क्यों होता है? आप (भाजपा) उस व्यक्ति को दंडित करते हैं जो देश को बचाने के लिए काम करता है और देश को लूटने वालों को विदेश भेज देते हैं।’