facebookmetapixel
लद्दाख में हिंसक हुआ विरोध, 4 लोगों की मौत, 30 घायल; सोनम वांगचुक ने जताया दुखZerodha Fund House का AUM 2 साल में ₹8,000 करोड़ के पार, सिर्फ डायरेक्ट प्लान से हासिल की सफलताअब कतर में भी चलेगा UPI, शुरू हुई पेमेंट सर्विस; भारतीय यात्रियों को मिलेगी बड़ी सुविधाJioBlackRock Flexi Cap Fund: स्कीम की 6 खास बातें, निवेश से पहले जरूर जान लेंलद्दाख में हिंसक हुआ विरोध, प्रदर्शनकारियों ने लेह में बीजेपी दफ्तर में लगाई आगCabinet Decisions: चुनाव से पहले बिहार को बड़ा तोहफा, ₹6014 करोड़ के रेलवे और हाईवे प्रोजेक्ट को मिली मंजूरीशिपबिल्डिंग और मरीन सेक्टर को तगड़ा बूस्ट, मोदी सरकार ने ₹69,725 करोड़ के पैकेज को दी मंजूरीDiwali Bonus: रेलवे कर्मचारियों को दिवाली बोनस की मंजूरी, 78 दिन के वेतन के बराबर मिलेगा पेमेंटRealty स्टॉक पर मोतीलाल ओसवाल का आया मन, कहा- प्रोजेक्ट पाइपलाइन दमदार, 52% तक चढ़ सकता है भावGold Price: सोने में आ सकती है 8-10% गिरावट, बढ़ती कीमतों के बीच एक्सपर्ट ने किया आगाह

UP GIS : इन्वेस्टमेंट में नोएडा नंबर वन, आगरा और लखनऊ में आए प्रोजेक्ट

इस बार पूर्वांचल और बुंदेलखंड भी उद्यमियों की पसंद बनकर उभरे पर धनराशि को देखते हुए गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) सभी जिलों पर भारी रहा

Last Updated- February 14, 2023 | 5:19 PM IST
investment
BS

उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIS) में निवेश प्रस्तावों के मामले में बाजी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के जिलों ने मारी है। हालांकि पिछले निवेशक सम्मेलन के मुकाबले इस बार पूर्वांचल और बुंदेलखंड भी उद्यमियों की पसंद बनकर उभरे पर धनराशि को देखते हुए गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) सभी जिलों पर भारी रहा। निवेश प्रस्तावों की संख्या के लिहाज से नोएडा, गाजियाबाद के बाद लखनऊ का नंबर रहा है।

GIS में होने वाले कुल 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश का एक बड़ा हिस्सा 7.85 लाख करोड़ रुपये अकेले नोएडा के हिस्से में आया है जो प्रदेश भर में होने वाले निवेश के 27 फीसदी से भी अधिक है। हालांकि निवेश राशि के मामले में शीर्ष पांच जिले में पूर्वांचल के वाराणसी और गोरखपुर अपना स्थान बनाने में सफल रहे हैं।

नोएडा को लेकर निवेशकों की पसंद इस कदर रही है कि एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की निवेश परियोजनाओं वाली चारों कंपनियों ने इसे ही चुना है। नोएडा के बाद दूसरा सबसे पसंदीदा जिला आगरा और उसके बाद लखनऊ रहा है। GIS में आगरा के लिए 2.18 लाख करोड़ रुपये के 281 निवेश प्रस्ताव आए हैं तो लखनऊ में 1.96 लाख करोड़ रुपये के 782 प्रस्ताव मिले हैं।

औद्योगिक विकास विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश भर में 19,058 MoU पर हस्ताक्षर GIS के दौरान किए गए हैं। नोएडा के लिए 1,355 तो गाजियाबाद के लिए 3,241 और लखनऊ के लिए 782 MoU पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

अधिकारियों का कहना है कि कुल निवेश प्रस्तावों में सबसे ज्यादा 45 फीसदी पश्चिमी जिलों के लिए तो बुंदेलखंड व मध्यांचल के लिए 13.13 फीसदी मिले हैं। पूर्वांचल के लिए 29 फीसदी निवेश प्रस्ताव आए हैं जिनमें से 5.93 फीसदी गोरखपुर में तो 4.75 फीसदी वाराणसी जिले के लिए हैं। अभी तक 4.58 लाख करोड़ रुपये के 416 प्रस्ताव देने वाले उद्यमियों ने अपने जिलों का चयन नहीं किया है। सबसे कम 605 करोड़ रुपये का निवेश सिद्धार्थनगर जिले में मिला है जहां 128 कंपनियों ने रुचि दिखाई है।

सम्मेलन के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी कंपनियों की ओर से भी भारी भरकम निवेश प्रस्ताव मिले हैं और इनमें भी ब्रिटेन, अमेरिका व स्वीडन सबसे आगे रहे हैं। स्वीडन से 1.76 लाख करोड़ रुपये, ब्रिटेन एवं अमेरिका से 4.76 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है।

प्रदेश में 203 कंपनियों ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए हैं जबकि 1,500-2,000 करोड़ के बीच निवेश करने वाली 46 कंपनियां हैं। इसी तरह 1,000 से 1,500 करोड़ तक निवेश करने वाली 56 तो 500-1,000 करोड़ रुपये की परियोजना लगाने 261 निवेशक सामने आए हैं।

प्रदेश में 100 से 500 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं के लिए 1,023 उद्यमियों ने MoU किया है। सबसे ज्यादा तादाद में 17,469 छोटे व मझोले उद्यमियों ने 100 करोड़ रुपये से कम लागत के उद्योग लगाने के लिए MoU किया है।

यह भी पढ़ें : G20 Summit : साइबर क्राइम की जांच के लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत

अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश करने में सबसे अव्वल रिनीवल ऊर्जा और इलेक्ट्रॉनिक्स रहा है। अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 144 कंपनियों ने 4.47 लाख करोड़ रुपये के करार पर हस्ताक्षर किए हैं। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में 151 कंपनियों ने 3.58 लाख करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं के लिए MoU किया है।

निजी क्षेत्र को औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए दिए जा रहे प्रोत्साहन व रियायतों का असर GIS में देखने को मिला है। निजी औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए 2,020 कंपनियों नें 3.28 लाख करोड़ रुपये का MoU किया है।

First Published - February 14, 2023 | 5:19 PM IST

संबंधित पोस्ट