नवरात्रि, छठ पूजा और डांडिया उत्सव की खरीदारी शुरू होने से बाजार में चहल पहल बढ़ गई है। सरकार ने भी अपनी तरफ से भी तैयारियां शुरू कर दी है। बृहन्मुंबई महानगर पालिक (BMC) नवरात्रि उत्सव मंडलों को अनुमति देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की सुविधा देगी और छठ पूजा स्थलों की साफ-सफाई और अन्य सुविधाएं भी सुनिश्चित करेगी।
नवरात्रि के नौ दिनों में गरबा खेलने का जुनून मुंबई के आसपास शहरों में सिर चढ़ कर बोलता है। गरबा के लिए मार्केट सज गए हैं। मुंबई में तैयार होने वाले गरबा के परिधानों के साथ सूरत, अहमदाबाद, राजकोट जैसे शहरों से आने वाले गरबा परिधानों और ज्वैलरी की खूब मांग है।
गरबा की ड्रेस में सीक्वल, मिरर, इंम्ब्रॉयडरी, कौड़ी व गोटा वर्क की ड्रेसेस बाजार में उपलब्ध हैं। वहीं मल्टी वर्क की चनिया-चोली की मांग अधिक है। डाडियां एवं गरबा में पहनी जाने वाली ज्वैलरी 2000 से 1000 हजार रुपये में बिक रही है। इसके साथ ही गरबा के परिधान और ज्वेलरी किराए पर भी उपलब्ध है। जिनकी बुकिंग शुरू हो गई है। दुकानदारों की मानी जाए तो हर दिन के हिसाब से एक हजार रुपये से 3,000 रुपये तक के किराए पर ड्रेस उपलब्ध हैं।
BMC ने 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव और अगले महीने होने वाली छठ पूजा के दौरान दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में एक परिपत्र जारी किया। परिपत्र के अनुसार BMC नवरात्रोत्सव मंडलों को अनुमति देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू करेगी, देवी की मूर्तियों के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब स्थापित करेगी, विसर्जन स्थलों पर बिजली की व्यवस्था और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी।
मुंबई में 82 छठ पूजा स्थल हैं और स्थानीय निकाय सभी स्थलों पर सफाई और अन्य सुविधाएं सुनिश्चित करेगा। परिपत्र में कहा गया कि BMC पूजा स्थलों पर चिकित्सा सुविधाओं और एंबुलेंस के अलावा कपड़े बदलने के लिए कमरे की सुविधा भी प्रदान करेगी। बैठक में निकाय के अधिकारियों के साथ-साथ बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात (बेस्ट), मुंबई पुलिस, यातायात पुलिस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए थे।
छठ पूजा 19 नवंबर 2023 को है। आस्था का महापर्व छठ दिवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है। छठ 4 दिन तक चलने वाला उत्सव है, जिसकी शुरुआत नहाए खाए से होती है। दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उदयगामी सूर्य यानी उगते सूर्य को जल अर्पित कर इसका समापन किया जाता है।
नगर निकाय ने सड़क पर कचरा और मलबा फेंकने, दुकानों में कूड़ेदान न रखने और शहर को गंदा करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने का फैसला किया है। BMC के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (SWM) विभाग ने ऐसे अपराधों के लिए लोगों पर जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है, जिसमें सड़कों पर मलबा डालना, दुकानों के बाहर कूड़ा फेंकना आदि शामिल हैं।