संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार के इस तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक गति से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में बड़े फैसले और नीतियों पर असाधारण गति से अमल किया जा रहा है और ‘गरीबों, मध्यम वर्ग, युवाओं, महिलाओं और किसानों को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जा रही है।’
राष्ट्रपति ने संसद के संयुक्त अभिभाषण में 31 जनवरी 2024 और 27 जून 2024 को दिए गए अपने भाषण में विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए ‘चार स्तंभों’ को सशक्त बनाने के लिए सरकार के प्रयासों पर जोर दिया था। इन दोनों ही मौके पर उन्होंने इन चार स्तंभों के तौर पर गरीब, युवा, महिलाएं और किसान का जिक्र किया। हालांकि उन्होंने इस संदर्भ में मध्यम वर्ग का जिक्र नहीं किया।
हालांकि शुक्रवार के अपने भाषण में उन्होंने ‘चार स्तंभ’ शब्दावली का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन उन्होंने जब गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की बात कही तब उन्होंने इसमें ‘मध्यम वर्ग’ भी जोड़ा। उन्होंने आगे कहा कि ‘भारत जैसे देश की आर्थिक प्रगति, मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं और इन आकांक्षाओं के पूरा होने से परिभाषित होती है।’
राष्ट्रपति ने शुक्रवार को अपने भाषण में 8 मौके पर ‘मध्यम वर्ग’शब्दावली का इस्तेमाल किया जिनमें से एक बार उन्होंने 25 करोड़ लोगों को ‘नया मध्यम वर्ग’ कहा जिन्हें सरकार के मुताबिक गरीबी रेखा से बाहर लाने में सफलता मिली है। राष्ट्रपति का यह भाषण वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2025-26 पेश किए जाने की पूर्व संध्या पर दिया जा रहा था और पांच दिन बाद ही बुधवार को दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए मतदान किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘मध्यम वर्ग के सपने जितने बड़े होंगे देश उतनी ही ऊंचाइयों पर आगे बढ़ेगा। मौजूदा सरकार ने खुले तौर पर हर मौके पर मध्यम वर्ग के योगदान को स्वीकार किया है और इसकी प्रशंसा की है।’ राष्ट्रपति ने मध्यम वर्ग के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र भी किया जिनमें से एक आठवें वेतन आयोग का गठन है।
27 जून, 2024 के भाषण में राष्ट्रपति ने कहा था, ‘विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करना तभी संभव होगा जब देश के गरीब, युवा, महिलाएं और किसान सशक्त हों। इसलिए मेरी सरकार की चार स्तंभों की योजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता दी जा रही है। हमारा प्रयास यह है कि इन सभी तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे।’
31 जनवरी 2024 के भाषण में भी उन्होंने इन्हीं चार स्तंभों का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी स्थिति और सपने देश में समाज के सभी वर्ग और सभी हिस्से में समान हैं इसलिए सरकार इन चार स्तंभों को सशक्त करने के लिए अथक तरीके से काम कर रही है।
शुक्रवार को अपने भाषण में राष्ट्रपति ने अंत्योदय का जिक्र भी किया। उन्होंने छोटे उद्यमियों के हितों की रक्षा करने और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों को सहयोग करने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की बात की।
इसके अलावा उन्होंने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस मिशन, पिछले 10 वर्षों में पूंजीगत व्यय बजट को 2 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11 लाख करोड़ रुपये करने, दिल्ली सहित देश के अन्य भागों में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार करने, नदी जोड़ो परियोजनाओं, सहकारी क्षेत्रों को सशक्त बनाने और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की बात कही।