राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय संविधान को अंगीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में 26 नवंबर को होने वाले मुख्य कार्यक्रम की अगुआई करेंगी। संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 के दिन संविधान को स्वीकार किया था और यह 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था।
केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को बताया कि संविधान दिवस समारोह में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम उसी चैंबर में बैठेंगे जहां संविधान सभा बैठा करती थी और संविधान को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कार्यक्रम को संबोधित नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ विपक्षी वास्तविक व्यवस्था की जानकारी नहीं होने के बावजूद प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
रिजिजू ने कहा कि हमने लोक सभा और राज्य सभा में विपक्ष के नेताओं के बैठने की व्यवस्था मंच पर की है। इससे पहले सोमवार को ही ‘इंडिया’ गठबंधन के विभिन्न दलों ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर कर मांग की थी कि मंगलवार को आयोजित होने वाले संविधान दिवस समारोह में लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने की इजाजत दी जाए।