उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे व रेलवे स्टेशन का संचालन शुरु कर दिया जाएगा। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की तरह दिखने वाले हवाई अड्डे के पहले टर्मिनल का संचालन जल्दी ही शुरु हो जाएगा। पहले टर्मिनल की क्षमता 300 यात्रियों की होगी। बाकी के तीन टर्मिनल 2025 में पूरी तरह बन कर तैयार हो जाएंगे।
अयोध्या में बन रहे श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को 224 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है और इसका काम तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले टर्मिनल के शुरू होने के बाद सालाना करीब छह लाख यात्री इसकी सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। समूचे हवाई अड्डे का निर्माण 821 एकड़ जमीन पर होगा।
पहले चरण के निर्माण के लिए प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग व एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 317 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है। इस एयरपोर्ट को अयोध्या के राम मंदिर के मॉडल की तरह तैयार किया गया है। इसके निर्माण में उन्हीं पत्थरों का इस्तेमाल किया गया जिनसे राम जन्म भूमि पर मंदिर बन रहा है।
पूरी इमारत पर राम मंदिर की ही तरह की नक्काशी भी की जा रही है और टर्मिनल में रामायण से संबंधित चित्र लगाए जाएंगे। इस एयरपोर्ट पर ज्यादा से ज्यादा सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा और यहां वर्षा जल संचयन की भी व्यवस्था की जा रही है।
हवाई अड्डे के साथ ही अयोध्या में विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। इस रेलवे स्टेशन के निर्माण पर 221 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और इसे भी राम मंदिर की ही तर्ज पर बनाया जा रहा है। यहां पर आने वाले यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी और पूरा स्टेशन परिसर केंद्रीय तरीके से वातानुकूलित होगा। यहां भी स्टेशन का बाहरी हिस्सा राम मंदिर की झलक देगा तो अंदर की दीवारों पर राम कथा चित्रों का प्रदर्शन किया जाएगा।
रेलवे स्टेशन के पहले चरण का काम पूरा
रेलवे स्टेशन के पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। इसका उद्घाटन भी राम मंदिर के साथ ही किया जाएगा। अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास 10000 वर्ग किलोमीटर में किया जा रहा है। यहां 5000 यात्रियों के एक साथ आने व जाने का इंतजाम रहेगा और एयरपोर्ट की तर्ज पर लाउंज का निर्माण किया गया है।