बॉन्ड बाजार के हिस्सेदारों को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक आने वाले सप्ताहों में उल्लेखनीय रूप से ओपन मार्केट ऑपरेशन (ओएमओ) खरीद बढ़ाएगा, क्योंकि व्यवस्था में नकदी की कमी करीब 2 लाख करोड़ रुपये बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक अनुसूचित ओएमओ खरीद की राशि अगली नीलामी में दोगुनी करके मौजूदा 20,000 करोड़ रुपये से 40,000 करोड़ रुपये कर सकता है।
उम्मीद की जा रही है कि इससे वित्तीय व्यवस्था में अतिरिक्त नकदी आ सकेगी, जो 16 दिसंबर 2025 से लगातार पिछले 8 सप्ताह से घाटे की स्थिति में है। इसके अलावा बॉन्ड बाजार को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक अतिरिक्त ओएमओ नीलामी की घोषणा कर सकता है। अब तक केंद्रीय बैंक ने 3 ओएमओ नीलामी की घोषणा की है। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार बुधवार को बैंकिंग व्यवस्था में शुद्ध नकदी 2.07 लाख करोड़ रुपये घाटे में थी। 7 फरवरी को प्रमुख नकदी 0.4 लाख करोड़ रुपये घाटे में थी।
एक निजी बैंक के ट्रेजरी प्रमुख ने कहा, ‘अगले सप्ताह की ओएमओ राशि 20,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 40,000 करोड़ रुपये की जा सकती है।’ विदेशी मुद्रा बाजार में रिजर्व बैंक के सक्रिय हस्तक्षेप के कारण डॉलर के मुकाबले रुपये में तेज गिरावट नहीं हुई है और इसका असर बैंकिंग व्यवस्था की नकदी पर पड़ा है।
विदेशी मुद्रा बाजार के डीलरों का कहना है कि केंद्रीय बैंक चालू सप्ताह में 12 अरब से 14 अरब डॉलर बेच सकता है। बहरहाल गुरुवार को रुपया स्थिर बना रहा और यह 86.92 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बुधवार को यह 86.89 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।