भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने हाल ही में कुछ प्रमुख स्वास्थ्य बीमा कंपनियों का निरीक्षण किया। इसका उद्देश्य यह परखना था कि कंपनियां नियामक के तय किए गए दिशा-निर्देशों का सही तरीके से पालन कर रही हैं या नहीं।
जानकारी के अनुसार, निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कई कंपनियां दावा निपटारे (क्लेम सेटलमेंट) और नए हेल्थ इंश्योरेंस मास्टर सर्कुलर को लागू करने में पूरी तरह सतर्क नहीं हैं।
सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन आठ बीमा कंपनियों का निरीक्षण हुआ, उनमें न्यू इंडिया एश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, एचडीएफसी अर्गो, टाटा एआईजी, स्टार हेल्थ, नीवा बूपा, केयर हेल्थ और मणिपाल सिग्ना शामिल हैं।
इन कंपनियों में कुछ मामलों में नियामक दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की बात सामने आई है। आईआरडीएआई इस पर प्रवर्तन कार्रवाई (Enforcement Action) भी कर सकता है।
न्यू इंडिया एश्योरेंस ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि निरीक्षण का मकसद निगेटिव नहीं था, बल्कि बीमा क्षेत्र में बेहतर संचालन और अनुपालन को बढ़ावा देना था। कंपनी ने कहा कि उसने मास्टर सर्कुलर के सभी प्रावधानों को पूरी तरह अपनाया है और जरूरी सुधार भी किए गए हैं।
वहीं, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने इसे सामान्य निरीक्षण प्रक्रिया बताया। कंपनी ने कहा कि नियामक ने सभी बीमाकर्ताओं की समीक्षा चरणबद्ध ढंग से की है और शुरुआती चरण में 8 कंपनियों का चयन हुआ। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने कहा कि उसने निरीक्षण रिपोर्ट का जवाब दे दिया है और वह सभी नियमों का पूरी तरह पालन करती है।
अन्य बीमा कंपनियों की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।