facebookmetapixel
जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने सरकार से पूरे 6G स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कीतेजी से बढ़ रहा दुर्लभ खनिज का उत्पादन, भारत ने पिछले साल करीब 40 टन नियोडिमियम का उत्पादन कियाअमेरिकी बाजार के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार का प्रीमियम लगभग खत्म, FPI बिकवाली और AI बूम बने कारणशीतकालीन सत्र छोटा होने पर विपक्ष हमलावर, कांग्रेस ने कहा: सरकार के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं बचाBihar Assembly Elections 2025: आपराधिक मामलों में चुनावी तस्वीर पिछली बार जैसीरीडेवलपमेंट से मुंबई की भीड़ समेटने की कोशिश, अगले 5 साल में बनेंगे 44,000 नए मकान, ₹1.3 लाख करोड़ का होगा बाजारRSS को व्यक्तियों के निकाय के रूप में मिली मान्यता, पंजीकरण पर कांग्रेस के सवाल बेबुनियाद: भागवतधर्मांतरण और यूसीसी पर उत्तराखंड ने दिखाई राह, अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए यह मॉडल: PM मोदीधार्मिक नगरी में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’, सहालग बुकिंग जोरों पर; इवेंट मैनेजमेंट और कैटरर्स की चांदीउत्तराखंड आर्थिक मोर्चे पर तो अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन पारिस्थितिक चिंताएं अभी भी मौजूद

एगॉन लाइफ इंश्योरेंस को खरीदने की रेस में बंधन ग्रुप और IIFL

Last Updated- May 12, 2023 | 11:47 PM IST
mergers and acquisitions

फाइनैंसियल सर्विस कंपनियां बंधन ग्रुप और आईआईएफएल (IIFL), नीदरलैंड की एगॉन एनवी (Aegon NV) और टाइम्स ऑफ इंडिया की प्रकाशक बेनेट, कोलमैन ऐंड कंपनी (Bennett, Coleman &. Co) से एगॉन लाइफ इंश्योरेंस (Aegon Life Insurance) के अधिग्रहण की दौड़ में हैं।

यह जीवन बीमा कंपनी भारतीय बीमा क्षेत्र में पिछड़ी रही है और इसका मूल्यांकन 350 से 400 करोड़ रुपये हो सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

अभी एगॉन ग्रुप के पास कंपनी की 49 फीसदी हिस्सेदारी है, वहीं BCCL के पास करीब 47 फीसदी स्वामित्व है। बाकी हिस्सेदारी कर्मचारियों के पास है।

संपर्क किए जाने के बाद एगॉन ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, हम बाजार के कयासों पर टिप्पणी नहीं करते। BPCL, बंधन ग्रुप और IIFL ने इस बारे में जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया।

बैंकिंग सूत्र ने कहा, कंपनी के अधिग्रहण से बंधन बैंक के प्रमोटर बंधन ग्रुप और IIFL को बीमा क्षेत्र में प्रवेश मिल जाएगा। सूत्रों ने कहा, दोनों कंपनियां काफी कम कीमत पर संयुक्त उद्यम खरीद सकती हैं क्योंकि इसकी बाजार हिस्सेदारी काफी कम है। कंपनी ने अपना मॉडल बदला है और अपनी योजनाएं सिर्फ डिजिटल ही बेचती है।

सूत्र ने कहा कि यह खरीदारों का बाजार है क्योंकि एगॉन के अलावा रिलायंस कैपिटल का बीमा उद्यम भी बिक्री के लिए उपलब्ध है। रिलायंस कैपिटल अभी दिवालिया कार्यवाही से गुजर रही है और टॉरंट ग्रुप (Torrent groups) व हिंदुजा (Hinduja) ने इस कंपनी के लिए बोली लगाई है। फ्यूचर ग्रुप (Future group) के स्वामित्व वाला बीमा उद्यम भी लेनदार बेच रहे हैं।

Also read: अप्रैल में पैसेंजर व्हीकल की थोक बिक्री 13 फीसदी बढ़ी: SIAM

इस साल के बजट में 5 लाख रुपये या इससे ज्यादा प्रीमियम वाली जीवन बीमा पॉलिसी पर कराधान के बाद जीवन बीमा कंपनियों के मूल्यांकन पर असर पड़ा है। लेकिन कुल मिलाकर भारतीय जीवन बीमा उद्योग ने इस साल मार्च में 37.6 फीसदी सालाना वृद्धि‍ दर्ज की है और निजी कंपनियों की बढ़त की रफ्तार 55.7 फीसदी व भारतीय जीवन बीमा निगम की रफ्तार 10.2 फीसदी रही है।

First Published - May 12, 2023 | 7:13 PM IST

संबंधित पोस्ट