अगली बार जब आप हाउसहोल्ड (घर और सामान) बीमा पॉलिसी लेने जाएं, तो यह जानकर चकित हो सकते हैं कि उस पर देय प्रीमियम राशि पहले की तुलना में काफी कम हो गई है।
दरअसल, हाउसहोल्ड बीमा पॉलिसी पर देय प्रीमियम 35 से 50 फीसदी घट गया है। वजह- इंश्योरेंस रेग्युलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी (इरडा) ने जनवरी माह से बीमा पॉलिसियों पर से मूल्य नियंत्रण की पाबंदी हटा ली है। ऐसे में सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियां मौजूदा ग्राहकों और नए ग्राहकों को कम प्रीमियम पर पॉलिसी मुहैया करा रही हैं।
यही नहीं, विश्वस्त और पुराने ग्राहकों को प्रीमियम पर करीब 50 फीसदी तक छूट दे रही हैं। निजी बीमा कंपनियों ने भी प्रीमियम राशि में कटौती की है, लेकिन यह 10-15 फीसदी के दायरे में ही सीमित है। हाउसहोल्ड पॉलिसी के तहत बीमाधारकों को घर और घरेलू सामानों की व्यापक सुरक्षा कवर प्रदान किया जाता है। इसके तहत इमारत, घरेलू सामान, टीवी, साइकिल, बैग आदि की आग व अन्य जोखिम की स्थिति में सुरक्षा कवर किया जाता है।
नेशनल इंश्योरेंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक वी. रामासामी ने बताया कि ऐसी पॉलिसियों पर देय प्रीमियम में 35 फीसदी की कटौती की गई है। वहीं ओरिएंटल इंश्योरेंस के एक अधिकारी ने बताया कि सालाना पॉलिसी की जगह अब चार साल की पॉलिसी बीमाधारकों को दी जा रही है। इसके साथ ही ओरिएंटल इंश्योरेंस मूल पॉलिसी पर देय प्रीमियम में 25 फीसदी तक छूट दे रही है। अगर कोई दो साल से ज्यादा के लिए बीमा पॉलिसी लेता है, तो उसे प्रीमियम पर 7.5 फीसदी अतिरिक्त छूट दी जाती है।
इसके साथ ही पहले साल के लिए प्रीमियम पर 5 फीसदी, दूसरे साल के लिए 10 फीसदी और तीसरे साल प्रीमियम पर 15 फीसदी की छूट मिलती है। अगर कोई क्लेम न किया जाए, तो भविष्य में प्रीमियम पर 10 से 15 की छूट मिलती है। निजी क्षेत्र की कंपनी-बजाज एलायंस और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का कहना है कि उनकी कंपनी हाउसहोल्ड पॉलिसियों पर देय प्रीमियम पर 10 से 15 फीसदी की छूट दे रही हैं।
बजाज एलायंस नॉन लाइफ के टी. ए. रामालिंगम का कहना है कि सार्वजनिक बीमा कंपनियों के लिए हाउसहोल्ड पॉलिसी मुनाफे का सौदा है। यही वजह है कि वे ज्यादा छूट दे रही हैं। जबकि निजी कंपनियों का जोखिम ज्यादा होता है, इसलिए वे ऐसा नहीं कर सकती हैं।