facebookmetapixel
Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 50 अंक टूटा; निफ्टी 25900 के करीबबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, 80 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसStocks To Watch Today: InterGlobe, BEL, Lupin समेत इन कंपनियों के शेयरों पर आज रहेगा फोकसYear Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरू

म्युनिसिपल बॉन्ड पर सरकार का जोर, केंद्र ने की 30 से ज्यादा शहरों की पहचान

Last Updated- March 26, 2023 | 11:17 PM IST
As centre pushes muni bonds, Surat, Vizag may tap markets soon

केंद्र ने म्युनिसिपल बॉन्ड बाजार के लिए 30 से ज्यादा शहरों की पहचान की है जिनकी रेटिंग अच्छी है। समझा जाता है कि इस कैलेंडर वर्ष में म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने वाला पहला शहर चेन्नई हो सकता है जबकि सूरत और ​विशाखापत्तनम भी जल्द ही म्युनिसिपल बॉन्ड ला सकता है।

आम बजट में म्युनिसिपल बॉन्ड बाजार को व्यापक बनाने के सरकार के जोर देने और भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 की बैठक में शहरी बुनियादी ढांचा के लिए वित्त को प्रमुख एजेंडे में से एक बनाए जाने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।

सूरत और विशाखापत्तनम वि​शिष्ट परियोनाओं के लिए बॉन्ड जारी करेंगे और इसकी तैयारी अग्रिम चरण में हैं। इंदौर नगर निगम पहले ही इस तरह का बॉन्ड ला चुका है। फरवरी में इसके ग्रीन बॉन्ड को नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर जारी किया गया था। इंदौर ग्रीन बॉन्ड जारी करने वाला देश का पहला शहर है।

एक वरिष्ठ सरकारी अ​धिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हम जी-20 के बुनियादी ढांचा कार्य समूह से इतर राज्यों और स्थानीय निकाय के अ​धिकारियों के साथ नियमित तौर पर कार्यशालाएं आयोजित कर रहे हैं। इसमें हम शहरी बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए नवोन्मेषी तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं। इस पहल के तहत कई शहर बॉन्ड बाजार में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।’

अ​धिकारी ने कहा कि नगर निगम के अ​धिकारियों के साथ बैठकों और समीक्षा के आधार पर केंद्र ने 30 से ज्यादा शहरों की पहचान की है जो बॉन्ड बाजार में उतरने के लिए बेहतर ​स्थिति में हैं।

उक्त अ​धिकारी ने कहा, ‘सूरत और विशाखापत्तनम किसी भी दिन ऐसा कर सकते हैं। सूरत अप​शिष्ट पानी को शो​धित कर उद्योगों को बेच रहा है और इससे सालाना 144 करोड़ रुपये की कमाई कर रहा है। ऐसे में यह उसकी आय का ​एक नि​श्चित स्रोत है। वे अपनी क्षमता को दोगुनी करना चाहते हैं, जिसके लिए वे जल्द ही बॉन्ड जारी कर सकते हैं।’

अ​धिकारी ने कहा कि इसी तरह की अप​शिष्ट पानी को शो​धित करने की परियोजना से विशाखापत्तनम सालाना 35 करोड़ रुपये कमा रहा है और अब अपनी क्षमता बढ़ाना चाह रहा है।

‘A’ रेटिंग वाले 30 से ज्यादा शहर ऐसे हैं जहां संप​त्ति कर को तार्किक बनाने, खाते को दुरुस्त करने और राजस्व अर्जित करने वाली परियोजनाओं आदि की योजना बनाने पर काफी काम हो चुका है या इसे पूरा करने की योजना है।

भारतीय म्युनिसिपल बॉन्ड बाजार का विस्तार आम बजट 2023 के प्रमुख विषयों में से एक है। उक्त अ​धिकारी ने कहा, ‘अमेरिका में म्युनिसिपल बॉन्ड बाजार का सालाना आकार 386 अरब डॉलर का है। भारत में अभी यह 1 अरब डॉलर से भी कम है।’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था, ‘संप​त्ति कर प्रशासन में सुधार और शहरी बुनियादी ढांचे पर उपयोग शुल्क के जरिये शहरों को म्युनिसिपल बॉन्डों के लिए अपनी साख में सुधार लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।’

उन्होंने यह भी कहा था कि वित्त वर्ष 2024 में राज्यों को 1.3 लाख करोड़ रुपये के बुनियादी ढांचा सहायता का एक हिस्सा शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय ​​स्थिति में सुधार के साथ जोड़ा जाएगा ताकि वे म्युनिसिपल बॉन्ड के अपनी साख बना सकें।

First Published - March 26, 2023 | 8:14 PM IST

संबंधित पोस्ट