रिजर्व बैंक का कहना है कि अर्बन कोऑपरेटिव बैंक (यूसीबी)सेक्टर में कंसॉलिडेशन जारी रहेगा।
बैंक ने अर्बन कोऑपरेटिव (सहकारी)बैंकों की माली हालत बेहतर बनाने और उनके कामकाज में और पारदर्शिता लाने पर भी जोर दिया है। बैंक के ईडी वीएस दास के मुताबिक पिछले कुछ सालों में यूएसबी सेक्टर में कुछ विलय और अधिग्रहण देखने को मिले हैं जिससे इनको मजबूती मिली है और इन बैंकों में जमाकर्ताओं का भरोसा भी बढ़ा है।
पिछले दो सालों में करीब 40 कमजोर यूएसबी का मर्जर हुआ है, खासकर गुजरात और महाराष्ट्र में, जहां बड़े और मजबूत यूएसबी ने छोटे और बीमार यूएसबी का अधिग्रहण कर लिया है। उत्तर प्रदेश में अभी ऐसा विकास देखने को नहीं मिला है। हालांकि उत्तर प्रदेश के यूएसबी की हालत ठीक है और करीब 60 ऐसी यूएसबी काम कर रही हैं। प्रदेश सरकार ने प्रदेश के अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों के बेहतर कामकाज, इनकी मॉनिटरिंग और नियंत्रण के लिए रिजर्व बैंक से करार किया है। उत्तर प्रदेश ऐसा करार करने वाला 16वां प्रदेश है, इस पर पिछले दो साल से विचार हो रहा था।