बड़े और मध्म आकार के भारतीय कॉर्पोरेटों ने महामारी के दौरान अपनी फंड जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में मौजूद बड़े बैंकों पर भरोसा जताया। इस प्रकार कॉर्पोरेट बैंकिंग क्षेत्र में समेकन को गति मिली।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का एक हिस्सा कोअलिशन ग्रीनविच द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में दोनों बड़े और मध्यम आकार वाले भारतीय कॉर्पोरेटों के हवाले से कहा गया है कि देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने उन्हें महामारी के असर से उबारने में सबसे बढिय़ा काम किया है। वहीं निजी क्षेत्र के बैंकों की बात की जाए तो एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक ने उन्हें फंड संबंधी मदद मुहैया कराए। विदेशी बैंकों में सिटी और एचएसबीसी उनके लिए फंडिंग के शीर्ष स्रोत रहे।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘देश के सबसे बड़े बैंकों की ओर से भारतीय कंपनियों को आवश्यक मदद मुहैया कराने के लिए जरूरी वित्तीय, परिचालन और तकनीकी क्षमताओं में अपनी सक्षमता के प्रदर्शन से बैंकों का कंपनियों के साथ संबंध मजबूत हो रहा है और उनके तथा उनके प्रतिस्पर्धियों के बीच का अंतर बढ़ रहा है।’
शोध प्रकिया के दौरान जिन कॉर्पोरेटों से बातचीत की गई उनके मुताबिक भारतीय बैंकों की ओर से मुहैया कराए गए डिजिटल बुनियादी ढांचा, अपेक्षाकृत तीव्र प्रतिवर्तन काल, ऋण और खाता दस्तावेजों को तेजी से पूरे किए जाने से उन्हें संकट के दौरान सहूलियत हुई।
