कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी अशोक वासवानी ने शेयरधारकों को भेजी अपनी 2023-24 की सालाना रिपोर्ट में कहा कि बैंक के बदलाव एवं विस्तार में प्रौद्योगिकी का अहम योगदान रहेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए ताजा कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वासवानी (जिन्होंने 1 जनवरी 2024 को कोटक महिंदा बैंक की जिम्मेदारी संभाली) ने कहा, ‘मौजूदा समय में, आरबीआई के ताजा आदेश पर चर्चा करना उचित है। पिछले कुछ वर्षों में, हमने इस धारणा को पूरी तरह से अपना लिया था कि व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना जरूरी है।’ वासवानी ने कहा, ‘इस दिशा में हमने टेक्नोलॉजी में संसाधन और निवेश काफी हद तक बढ़ाया। हालांकि, यह स्पष्ट है कि हमें और भी बहुत कुछ करना है।’
इस साल 24 अप्रैल को, आरबीआई ने निजी क्षेत्र के इस ऋणदाता को अपने ऑनलाइन एवं मोबाइल बैंकिंग चैनलों के जरिये नए ग्राहक नहीं जोड़ने और क्रेडिट कार्ड जारी करने से प्रतिबंधित कर दिया था।
वासवानी ने कहा कि ग्राहकों की बदलती अपेक्षाएं, व्यवसाय वृद्धि की तेज गति और उभरते जोखिम परिदृश्य का मतलब है कि बैंक को बहुत तेजी से आगे बढ़ना होगा।
हम इस क्षेत्र में अपने संसाधन और प्रतिबद्धताएं बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं और मुझे भरोसा है कि एक टीम के तौर पर संयुक्त रूप से हम सफल होंगे और इसे आगे बढ़ने के अवसर के रूप में इस्तेमाल करेंगे।
वासवानी ने कहा, ‘यह भी बेहद स्पष्ट है कि प्रौद्योगिकी बदलाव के हमारे प्रयासों का केंद्र रहेगी।’
वासवानी ने मजबूत व्यवसाय खड़ा करने के लिए बैंक के पूर्व एमडी एवं सीईओ उदय कोटक के प्रयासों को सराहा। उन्होंने एक ऐसी मजबूत प्रबंधन टीम तैयार करने के लिए भी कोटक को श्रेय दिया जिसने इन वर्षों के दौरान बैंक की सफलता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
(डिस्क्लेमर: कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में बड़ी हिस्सेदारी है)