सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) का शुद्ध लाभ (net profit) बीते वित्त वर्ष 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 4,775.33 करोड़ रुपये रहा। मुख्य रूप से ब्याज आय बढ़ने और फंसे कर्ज के लिये प्रावधान कम होने से बैंक ने अधिक मुनाफा कमाया है। बैंक ने मंगलवार को शेयर बाजारों को यह जानकारी दी।
इससे पूर्व वित्त वर्ष 2021-22 की इसी तिमाही में बैंक का एकल आधार पर (standalone basis) शुद्ध लाभ 1,778.77 करोड़ रुपये था।
BOB की ब्याज आय 2022-23 की चौथी तिमाही में बढ़कर 25,857 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 18,174 करोड़ रुपये थी। फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही में करीब आधा होकर 1,420 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3,736 करोड़ रुपये था।
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पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में बैंक का शुद्ध लाभ करीब दोगुना होकर 14,109 करोड़ रुपये रहा जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 7,272 करोड़ रुपये था।