बैंक ऑफ बड़ौदा के नए प्रबंधन की नजर प्रबंधन लागत को कम करके राजस्व को मजबूत ढंग से बढ़ाने की है। बैंक उच्च मानदंडों को अपनाने के साथ कारोबार में वृद्धि करेगा।
नए प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी देबदत्त चंद ने 1 जुलाई को कार्यभार संभालने के बाद कर्मचारियों से वेबकास्ट पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि लागत-आय अनुपात घटाकर 40 फीसदी के दायरे में लाना होगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि इस लक्ष्य को मध्यावधि (करीब तीन साल) में हासिल कर लिया जाएगा। इससे बैंक की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
बैंक ऑफ बड़ौदा का लागत आय अनुपात वित्त वर्ष 22 में 49.24 फीसदी था और यह मार्च, 2023 के अंत में कम होकर 47.72 फीसदी हो गया था। यह वित्त वर्ष 20 और 21 में 49 फीसदी से अधिक था। बैंक ऑफ बड़ौदा में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों देना बैंक और विजया बैंक का विलय होने के बाद यह अनुपात बढ़ गया था।