facebookmetapixel
Algo और HFT ट्रेडिंग का चलन बढ़ा, सेबी चीफ ने मजबूत रिस्क कंट्रोल की जरूरत पर दिया जोरमहाराष्ट्र में 2 दिसंबर को होगा नगर परिषद और नगर पंचायत का मतदानउत्तर प्रदेश में समय से शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र, किसानों को राहत की उम्मीदछत्तीसगढ़ के किसान और निर्यातकों को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, फोर्टिफाइड राइस कर्नल का किया पहली बार निर्यातBihar Elections: दूसरे चरण में 43% उम्मीदवार करोड़पति, एक तिहाई पर आपराधिक मामले; जेडीयू और कांग्रेस भाजपा से आगेIndiGo Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹2,582 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू 9.3% बढ़ाNFO Alert: फ्रैंकलिन टेंपलटन ने उतारा नया मल्टी फैक्टर फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाQ2 Results: अदाणी एंटरप्राइजेज का मुनाफा 83.7% बढ़कर ₹3198 करोड़, लेकिन रेवेन्यू 6% घटाMutual Fund में बड़े बदलाव की तैयारी! निवेशकों का बढ़ेगा रिटर्न, फंड मैनेजर्स के लिए राह होगी कठिनकमाई नहीं, टैक्स बचाना है मकसद! नितिन कामत ने बताया भारत के IPO बूम का असली राज

एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) 2030 तक अपना आधा कर्ज निजी क्षेत्र को देगा

एआईआईबी के गठन के बाद से इसने भारत को 12 अरब डॉलर ऋण दिया है, जिसमें से 1.8 अरब डॉलर निजी क्षेत्र को दिया गया है।

Last Updated- July 29, 2025 | 10:48 PM IST
ULI will have a new home! Commercial expansion will be done on the lines of NPCI with the participation of banks ULI का होगा नया ठिकाना! बैंकों की हिस्सेदारी के साथ होगा NPCI की तर्ज पर कमर्शियल विस्तार

एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) 2030 तक अपना आधा कर्ज निजी क्षेत्र को देना चाहता है, जो अभी 24.5 प्रतिशत है। एआईआईबी के वाइस प्रेसीडेंट, इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशंस अजय भूषण पांडेय ने कहा कि निवेश बैंक का कुछ वर्षों में कुल ऋण बढ़कर 17-18 अरब डॉलर हो जाएगा। एआईआईबी अगले कुछ वर्षों की भारत की परियोजनाओं की सूची तैयार करने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र दोनों के साथ मिलकर काम करेगा।

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) में अलग से बात करते हुए पांडेय ने कहा कि बुनियादी ढांचे के लिए जरूरी रकम और उपलब्ध रकम का अंतर बहुत ज्यादा है और कोई भी सरकार अकेले यह अंतर नहीं पाट सकती।

एआईआईबी के गठन के बाद से इसने भारत को 12 अरब डॉलर ऋण दिया है, जिसमें से 1.8 अरब डॉलर निजी क्षेत्र को दिया गया है। बैंक का ध्यान निजी क्षेत्र की अक्षय ऊर्जा, हरित ऊर्जा, हरित परिवहन और सस्ते आवास जैसी परियोजनाओं पर है। पांडेय ने कहा कि भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 2030 तक 1.5 लाख करोड़ रुपये निवेश की जरूरत है और यह सिर्फ सरकार से ही नहीं मिल सकता।  उन्होंने कहा, ‘एआईआईबी न सिर्फ निजी क्षेत्र को कर्ज दे सकता है, बल्कि इस तरह का माहौल बनाने में मदद कर सकता है।’

First Published - July 29, 2025 | 10:23 PM IST

संबंधित पोस्ट