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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: महायुति की चाल देखकर MVA बढ़ाएगी कदम, मुख्यमंत्री चेहरे पर बदली चाल

एमवीए की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, इसकी घोषणा होने की रविवार को उम्मीद की जा रही थी लेकिन एमवीए के घटक दलों की बैठक के बाद इस पर रणनीति बदल गई।

Last Updated- October 13, 2024 | 6:10 PM IST
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (एमवीए) दावा कर रही है राज्य में लोग राजनीतिक परिवर्तन के लिए तैयार है । विधानसभा चुनावी रण फतेह करने के लिए एमवीए सत्ता पक्ष की कमियों को उजागर करेगी साथ ही सत्ताधारी विशेष कर भाजपा की चुनावी चाल को देखते हुए अपने कदम बढ़ाने की रणनीति तैयार की है।

लोकसभा चुनावों का प्रदर्शन दोहराएगी एमवीए – शरद पवार

अगले कुछ ही हफ्तों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटे राजनीतिक दल हर एक कदम फूंक फूंक कर उठा रहे हैं। एमवीए घटक दलों की आज हुई बैठक के बाद एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने दावा करते हुए कहा कि महायुति शासन के तहत महाराष्ट्र में प्रशासन का मनोबल गिर गया है। महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनावों में महाविकास आघाडी लोकसभा चुनावों का अपना प्रदर्शन दोहराएगी ।

क्योंकि बीजेपी अपने पुराने कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान नहीं दे रही है और उनकी उपेक्षा कर रही है । राज्य विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा दो से तीन दिनों में की जाएगी, और पार्टी में शामिल किए गए कार्यकर्ता एमवीए के सहयोगियों के साथ एकजुट होकर काम करेंगे।

शरद पवार ने मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहिन योजना पर कहा कि मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना धोखा है, योजना के लिए बजट और वित्तीय प्रावधान की कोई स्पष्टता नहीं है । अगर वे ऐसा कर सकते हैं, इस योजना के लिए वित्तीय सहायता के लिए स्पष्ट और अलग प्रावधान करें, हम इसका विरोध नहीं करेंगे।

मुख्यमंत्री चेहरे पर एमवीए की बदली चाल

एमवीए की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, इसकी घोषणा होने की रविवार को उम्मीद की जा रही थी लेकिन एमवीए के घटक दलों की बैठक के बाद इस पर रणनीति बदल गई। शिवसेना यूबीटी नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले सत्ताधारी महायुति गठबंधन को सीएम उम्मीदवार का एलान करने दीजिए, उसके बाद उनका गठबंधन भी अपने उम्मीदवार का एलान कर देगा। एमवीए भी उसका अनुसरण करेगा।

सरकार में होने के नाते महायुति गठबंधन को पहले अपने सीएम चेहरे का एलान करना चाहिए। गौरतलब है कि एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) शामिल है जबकि महायुति में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं।

हिन्दुत्व पर शिवसेना बनाम शिवसेना

मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (UBT) का शनिवार शाम दशहरा कार्यक्रम हुआ। शिंदे गुट ने मुंबई के आजाद मैदान में, तो उद्धव गुट ने दादर के शिवाजी पार्क में रैली की।

उद्धव ने कहा कि हम असली शिवसेना हैं और बाला साहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है। मैं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे उनके विचार पसंद नहीं हैं। वो कह रहे हैं कि हिंदुत्व को बचाने के लिए एक साथ आओ, आपने या मोदी ने पिछले 10 सालों में हिंदुत्व को क्यों नहीं बचाया।

उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज हमारे लिए भगवान, महायुति के लिए वोट बैंक उद्धव ठाकरे ने कहा- छत्रपति शिवाजी महाराज महायुति के लिए वोट बैंक हैं, लेकिन हमारे लिए वे भगवान हैं। मैं इस दिल्ली शासन और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हूं ।

आजाद मैदान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाला साहेब ने कहा था, अन्याय मत सहो। जब अन्याय होने लगा तो हमने विद्रोह कर दिया। अगर हमने विद्रोह नहीं किया होता तो शिवसैनिक कुचले गए होते। सच्चे शिवसैनिकों का अपमान होता। महाराष्ट्र कई साल पीछे चला गया होता। बाला साहेब अपने भाषण की शुरुआत मेरे सभी हिंदू भाई-बहन और माताएं जो इकट्ठे हुए के साथ करते थे। तब मेरे साथ-साथ सभी लोग उत्साहित हो जाते थे। यह बात हर किसी को याद है। गर्व से कहो हम हिंदू हैं ये गर्जना बाला साहेब ने देश को दी थी। लेकिन कुछ लोगों को इस शब्द से एलर्जी है। हिंदू माने जाने में शर्म महसूस हो रही है। हिंदू हृदय सम्राट कहते ही कुछ लोगों की जुबान फड़कने लगती है, लेकिन हमें ये शब्द कहने में गर्व है, हीरे से पैदा हुए कंकड़ शर्मसार होते हैं।

First Published - October 13, 2024 | 6:10 PM IST

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