महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। भाजपा ने 99 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की तो पार्टी के अंदर और महायुति में अनबन की खबरें सामने आने लगी। इस बीच मुंबई की सड़कों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो के साथ बटेंगे तो कटेंगे वाली लाइन के लगे पोस्टर्स ने राज्य की राजनीति में नया मोड़ ला दिया। बढ़ते विवाद के बीच महानगर पालिका ने इन पोस्टरों को हटा दिया।
चुनाव से पहले सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता प्रचार अभियान में जुट गए हैं। योगी की तस्वीर के साथ स्लोगन लिखे बैनर सामने आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में इस पर बहस छिड़ गई है।
विपक्ष इसे भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति बता रही है जबकि पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये पोस्टर्स महायुति के उन नेताओं को संदेश देने के लिए लगाए गए हैं, जो टिकट न मिलने के बाद बगावत कर सकते हैं। पोस्टर में योगी आदित्यनाथ के फोटो के साथ योगी संदेश, ‘बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे लिखा है।
योगी के पोस्टर ने अचानक महाराष्ट्र की राजनीति में नई बहस छेड़ दी । जिसके बाद महानगर पालिका ने शहर के अलग अलग हिस्सों में लगे सभी पोस्टर को उतार दिया। पोस्टर लगाने वाले भाजपा कार्यकर्ता विश्वबंधु राय ने कहा कि विपक्ष बांटने की राजनीति कर रहा है, तुष्टिकरण की राजनीति कर रहा है। इन पोस्टर्स से हम बड़ा संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। मुंबई में उत्तर भारत के लोग काफी संख्या में हैं। वे योगी के फैन हैं और योगी के संदेश को उन तक पहुंचाने के लिए बैनर्स लगाए हैं।
मुंबई की सड़कों पर लगे इन बैनर्स के लेकर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जब भारत को आजादी मिली, तो विभाजन हुआ। उसके बाद, लोगों ने विभाजन की भयावहता देखी। बटेंगे तो कटेंगे के पीछे का निष्कर्ष और मूल भाव यह है कि इसकी पुनरावृत्ति न हो।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी इस नारे ने काम किया और बीजेपी को प्रचंड जीत मिली। अब योगी के इस नारे को मुंबई के जन-जन तक पहुंचाकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाने के की तैयारी है। साथ ही महायुति के नेताओं को भी इससे एक संदेश देने की कोशिश की गई है, जो भाजपा की पहली लिस्ट आने के बाद विवाद कर रहे हैं। कई ने अंदरुनी बकावत शुरू कर दी है, उन्हें भी इससे संदेश जाएगा।