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WPI: फूड-फ्यूल की कीमतों में नरमी से जून में थोक महंगाई गिरकर -0.13% पर आई, 20 महीने में सबसे कम

WPI: फूड आइटम्स में नरमी सबसे ज्यादा गिरावट आई। सब्जियों की महंगाई दर जून में घटकर -22.65% हो गई, जबकि मई में यह -21.62 फीसदी थी।

Last Updated- July 14, 2025 | 12:57 PM IST
Retail Inflation
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री की ओर से सोमवार को WPI के आंकड़े जारी किए। (प्रतीकात्मक फोटो)

WPI: खाने-पीने की चीजों और फ्यूल की कीमतों की नरमी से जून 2025 में थोक महंगाई दर 20 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की थोक महंगाई दर सालाना आधार पर जून में घटकर -0.13 फीसदी रह गई। यह अक्टूबर 2023 के बाद सबसे कम है। मई में यह 14 महीने के निचले स्तर 0.39 फीसदी पर थी। जून के लिए खुदरा महंगाई के आंकड़े (CPI) आज बाद में जारी होने की उम्मीद है।

बता दें, WPI थोक में बेचे जाने वाले सामानों की कीमतों में औसत परिवर्तन को मापता है और यह उत्पादक स्तर पर महंगाई का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। यह कृषि, खनन और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में सप्लाई और डिमांड के ट्रेंड्स को दर्शाता है।

प्याज और ​स​ब्जियों के दाम घटे

आंकड़ों के मुताबिक, कीमतों में बड़ी गिरावट खाने-पीने की वस्तुओं (फूड आइटम्स) की कैटेगरी में दर्ज की गई। सब्जियों की महंगाई दर जून में घटकर -22.65% हो गई, जबकि मई में यह -21.62 फीसदी थी। प्याज की महंगाई एक महीने पहले के -14.41 फीसदी से घटकर -33.49 फीसदी हो गई। जबकि, आलू की महंगाई मई में (-)29.42 फीसदी के मुकाबले (-)32.67 फीसदी दर्ज की गई। वहीं, दालों की कीमतें मई के 10.41 फीसदी के मुकाबले जून में (-)22.65 फीसदी रहीं। वहीं, अनाज की महंगाई मई में 2.56 फीसदी थी, जो कि जून में 3.75 फीसदी पर आ गई। देश में खुदरा महंगाई मई 2025 में गिरकर छह साल से ज्यादा के निचले स्तर 2.82% पर आ गई।

फ्यूल की महंगाई में राहत

आंकड़ों के मुताबिक, मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स में महंगाई जून में 1.97% रही। मैन्यूफैक्चरिंग का थोक महंगाई दर में 60% से ज्यादा वेटेज है। प्राथमिक वस्तुओं के लिए महंगाई दर जून में घटकर 3.38 फीसदी हो गई, जबकि मई में यह 2.02 फीसदी थी। इस बीच, फ्यूल एंड पावर में महंगाई दर घटकर – 2.65 फीसदी रह गई, जबकि पिछले महीने यह 22.27 फीसदी % थी।

भारत की खुदरा महंगाई दर मई 2025 में गिरकर छह साल से अधिक के निचले स्तर 2.82% पर आ गई। यह आंकड़ा अप्रैल से 34 आधार अंकों की गिरावट दर्शाता है और फरवरी 2019 के बाद दर्ज की गई सबसे कम वार्षिक महंगाई दर है।

RBI का FY26 महंगाई का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को महंगाई के मध्यम रहने की उम्मीद है। अपनी पिछली मौद्रिक नीति बैठक में, केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 26 के लिए खुदरा महंगाई दर का अनुमान 4 प्रतिशत से घटाकर 3.7 फीसदी कर दिया है।

Q1 FY26: 2.9 फीसदी
Q2 FY26: 3.4 फीसदी
Q3 FY26: 3.9 फीसदी
Q4 FY26: 4.4 फीसदी

First Published - July 14, 2025 | 12:57 PM IST

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