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Vande Bharat: वाराणसी से बेंगलुरु तक सफर अब और तेज, PM Modi ने 4 नई ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

Vande Bharat: बनारस-खजुराहो वंदे भारत ट्रेन इस रूट पर सीधे कनेक्शन स्थापित करेगी और वर्तमान में चल रही स्पेशल ट्रेनों की तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट समय बचाएगी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- November 08, 2025 | 11:59 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चार नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। आज फ्लैग ऑफ की गई ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एरनाकुलम-बेंगलुरु रूट के लिए हैं।

सरकारी बयान के अनुसार, ये सेमी हाई स्पीड ट्रेनें प्रमुख स्टेशनों के बीच यात्रा समय को काफी घटाएंगी, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देंगी और देश में आर्थिक गतिविधियों को सहारा देंगी।

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बनारस-खजुराहो वंदे भारत ट्रेन इस रूट पर सीधे कनेक्शन स्थापित करेगी और वर्तमान में चल रही स्पेशल ट्रेनों की तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट समय बचाएगी। यह ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो जैसे प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को जोड़ेगी। इसके माध्यम से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को तेज, आधुनिक और आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा।

केरल की एर्नाकुलम-जंक्शन – के.एस.आर. बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस (06652) सुबह 8.41 बजे रवाना हुई। इसे ढोल की थाप पर हरी झंडी दिखाई गई।

इस ट्रेन में केरल के पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी, विभिन्न स्कूलों के बच्चों (ड्राइंग प्रतियोगिता के आधार पर चुने गए) और कई विभागों के अधिकारी शामिल थे। ट्रेन फूलों से सजाई गई थी और यात्रियों को स्वागत के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।

नई Vande Bharat एक्सप्रेस ट्रेनें: रूट, समय और महत्व

देश में नई चार Vande Bharat एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू हो गई हैं। ये ट्रेनें अलग-अलग शहरों को तेज और सुविधाजनक यात्रा के लिए जोड़ेंगी। चलिए जानते हैं इनके रूट, समय और महत्व:

1. बनारस-खजुराहो

  • समय: पुराने स्पेशल ट्रेनों की तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट तेज।

  • स्टेशन: वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो।

  • महत्व: यह ट्रेन देश के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को सीधे जोड़ती है। खासतौर पर खजुराहो के UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट तक तेज और आधुनिक यात्रा संभव होगी, जिससे पर्यटन और तीर्थयात्रा को बढ़ावा मिलेगा।

2. लखनऊ-सहारनपुर

  • समय: 7 घंटे 45 मिनट; पुराने समय से लगभग 1 घंटा तेज।

  • स्टेशन: लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर, सहारनपुर और रोड़की (हरिद्वार के लिए)।

  • महत्व: यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में यात्रा को आसान बनाएगी। साथ ही हरिद्वार जैसे पवित्र शहर की यात्रा और क्षेत्रीय विकास में मदद करेगी।

3. फिरोजपुर-दिल्ली

  • समय: 6 घंटे 40 मिनट; इस रूट पर सबसे तेज़।

  • स्टेशन: फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला।

  • महत्व: पंजाब और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इससे व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। सीमा क्षेत्रों की आर्थिक प्रगति में भी यह मददगार होगी।

4. एरनाकुलम-बेंगलुरु

  • समय: 8 घंटे 40 मिनट; पुराने समय से 2 घंटे से अधिक तेज।

  • स्टेशन: एरनाकुलम, कोयंबटूर, सेलम और बेंगलुरु।

  • महत्व: केरल और कर्नाटक के बड़े आईटी और व्यावसायिक हब को जोड़ने वाली यह ट्रेन प्रोफेशनल्स, छात्रों और पर्यटकों के लिए फायदेमंद होगी। व्यापार और पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे, और राज्यों के बीच मजबूत संबंध बनेंगे।

First Published : November 8, 2025 | 11:45 AM IST