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रिस रहा है मंदी का जख्म

Last Updated- December 08, 2022 | 4:43 AM IST

सेंसेक्स तीन साल पीछे लौटा


गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज में निवेशकों और फंडों ने जबरदस्त बिकवाली की, जिससे बीएसई सेंसेक्स 322 अंक लुढ़क कर तीन साल पहले के स्तर पर आ गया।

लगातार पिछले सात कारोबारी सत्रों में लुढ़कते हुए सेंसेक्स 1,762 से अधिक अंक नीचे पहुंच चुका है।

गुरुवार को यह 8,451.01 अंक पर बंद हुआ, जो कि नवंबर, 2005 में था। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी गिरावट का रुख बना रहा और निफ्टी सूचकांक 81.85 अंकों की गिरावट से 2,553.15 अंक पर बंद हुआ।

रुपया भी रसातल में

अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने से रुपया 38 पैसे लुढ़क कर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।

रुपये में बुधवार को डॉलर के मुकाबले 35 पैसे की गिरावट दर्ज की गई थी और यह प्रति डॉलर 50.02 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था। गुरुवार को कारोबार की शुरुआत में इसने 38 पैसे का और गोता लगाया और यह रिकॉर्ड 50.40 रुपये प्रति डॉलर हो गया।

बैंकों द्वारा डॉलर की बिक्री किए जाने के बावजूद रुपये में गिरावट का दौर थम नहीं रहा है।

First Published - November 21, 2008 | 12:10 AM IST

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