गैर बैंकिंग वित्तीय कारोबार (एनबीएफसी) के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी एसकेएस माइक्रोफाइनैंस ने लगभग 366 करोड़ रुपये जुटाने का दावा किया है।
दुनिया भर में माइक्रोफाइनैंस के कारोबार में अब तक का यह सबसे बड़ा निवेश है। हैदराबाद की कंपनी एसकेएस 18 राज्यों के 50,000 गांवों और झुग्गियों में रहने वाले 33 लाख लोगों तक माइक्रो-फाइनैंस की सुविधा मुहैया कराती है। कपंनी ने ऋण केरूप में 99 प्रतिशत पुनर्भुगतान के साथ 4,729 करोड़ रुपये का वितरण किया है।
कंपनी द्वारा जारी किए गए विज्ञप्ति के अनुसार इस निवेश से कंपनी को अगले दो वर्षों में 80 लाख लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विक्रम अकुला ने कहा कि यह निवेश इस बात को साबित करता है कि वैश्विक स्तर पर मंदी के दौर के वाबजूद एसकेएस के निवेशकों का आत्मविश्वास कहीं से भी कम नहीं हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे गरीबों के उद्यमशीलता का भी प्रमाण मिलता है और वो न सिर्फ इस कठिन आर्थिक परिस्थितियों का सफलतापूर्वक सामना कर रहें हैं बल्कि अपना विकास भी कर रहें हैं और यह इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि क्योंकि वर्तमान आर्थिक परिदूश्य में आर्थिक रूप से कमजोर लोग वैश्विक अर्थव्यवस्था से अपने को कटा महसूस करते हैं।
एसकेएस माइक्रोफाइनेंस के मुख्य वित्तीय अधिकारी एस दिली राज ने फंड जुटाने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अपने बड़े आकार के कारण लीवरेज और पूंजी पर्याप्ता पर सकारात्मक प्रभाव पडा है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि 610 करोड़ रुपये के आकर्षक नेटवर्थ से एसकेएस के बैंकिंग प्रणाली में स्थापित पैटर्न की मदद से क्रेडिट विस्तार को बढ़ावा मिलता है जिससे कि हमें अपने मौजूदा माइक्रो लेनदार और नए लेनदारों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने में मदद मिलेगी।
कंपनी द्वारा जारी किए गए विज्ञप्ति में कहा गया है कि एसकेएस अपने कारोबार में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के हितों का अनोखा सम्मिश्रण करती है।