facebookmetapixel
Tata Steel पर नीदरलैंड्स में $1.4 अरब का मुकदमा दायर, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का आरोपRevised vs Updated ITR: दोनों में क्या है अंतर और किस टैक्सपेयर्स को क्या भरना जरूरी, आसान भाषा में समझेंNational Pension Scheme में हुए कई बदलाव, निवेशकों को जानना जरूरी!कोरोना के बाद वायु प्रदूषण सबसे बड़ा स्वास्थ्य संकट! डॉक्टरों का दावा: फेफड़ा-दिल को हो रहा बड़ा नुकसान2026 में कैसी रहेगी बाजार की चाल, निवेशक किन सेक्टर्स पर रखें नजर? मोतीलाल ओसवाल ने दिया न्यू ईयर आउटलुकYear Ender: ग्लोबल बैंक के लिए बैंकिंग सेक्टर में फिर बड़ा मर्जर? क्या और घटेगी सरकारी बैंकों की संख्याGold, Silver Price Today: सोना नए ​शिखर पर, चांदी ने भी बनाया रिकॉर्ड; चेक करें आज का भावशिप रिसाइक्लिंग पर सरकार की बड़ी तैयारी: हॉन्ग कॉन्ग कंवेंशन के अनुरूप कड़े नियम जल्ददिवाली और क्रिसमस के जश्न के बीच जमकर ड्रिंक कर रहे लोग, प्रीमियम शराब की बिक्री व मांग में बढ़ोतरीStock Market Update: सेंसेक्स 200 अंक फिसला; बजाज फाइनेंस, ईटरनल, सन फार्मा, TCS में बड़ी गिरावट

सरकारी बंदरगाहों से बढ़ी शिपिंग

Last Updated- January 18, 2023 | 10:49 PM IST
Shipping increased from government ports
BS

सरकारी बंदरगाहों से दिसंबर में ढुलाई पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 10.4 प्रतिशत बढ़ी है। इसके पहले 3 महीनों तक वृद्धि स्थिर रही थी। दिसंबर के आंकड़ों से मजबूत वापसी के संकेत मिलते हैं, जहां अब तक वृद्धि दर उम्मीद से ज्यादा सुस्त थी।

देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों से इस माह के दौरान 695 लाख टन ढुलाई हुई है। यह चालू वित्त वर्ष के दौरान का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह पिछले 3 महीनों की तुलना में भी 80 लाख टन अधिक है, जो सितंबर से 610 लाख टन पर अटका था।

यह कोविड 19 के बाद प्रमुख बंदरगाहों द्वारा एक महीने के दौरान सबसे ज्यादा ढुलाई है। कुल मिलाकर दिसंबर तक प्रमुख बंदरगाहों पर ढुलाई दिसंबर तक बढ़कर 5,760 लाख टन पहुंच गई है, जो पिछले साल की तुलना में 9 प्रतिशत ज्यादा है।

अब तक इस वित्त वर्ष में ढुलाई में वृद्धि में सबसे ज्यादा योगदान कोयले का रहा है। इस साल की शुरुआत में देश भर में कोयले के संकट की वजह से कोयले का आय़ात बढ़ा है। अधिकारियों और विशेषज्ञों ने कहा है कि कोयले की ढुलाई में मौजूदा तेजी की वजह रेल-समुद्र-रेल (आरएसआर) मोड की वजह से हुआ है, जिसका इस्तेमाल ताप बिजली संयंत्रों तक कोयला पहुंचाने में किया गया है।

बिज़नेस स्टैंडर्ड ने इसके पहले खबर दी थी कि बिजली मंत्रालय ने गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब के ताप बिजली संयंत्रों के साथ एनटीपीसी को आदेश दिया है कि वे कुल कोयला की अपनी जरूरत का 10 से 15 प्रतिशत तटीय शिपिंग के माध्यम से मंगाएं।

इक्रा में वाइस प्रेसीडेंट और सेक्टर हेड साई कृष्णा ने कहा, ‘दिसंबर महीने में लौह अयस्क की ढुलाई में पिछले साल की तुलना में 42 प्रतिशत वृद्धि हुई है। नवंबर में जिंसों पर विभिन्न निर्यात शुल्कों को खत्म किए जाने के बाद ढुलाई में बढ़ोतरी हुई है, जो पहले कम थी।’

यह भी पढ़ें: FY24 में कोयला उत्पादन एक अरब टन से ज्यादा रहने का लक्ष्य: सरकार

कुल मिलाकर वित्त वर्ष 23 में लौह अयस्क की ढुलाई पिछले साल की तुलना में अभी 20 प्रतिशत कम है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आगे इन आंकड़ों में तेजी आएगी। बहरहाल थर्मल कोयले की ढुलाई वित्त वर्ष 23 में 35 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि कोकिंग कोल की ढुलाई 16 प्रतिशत बढ़ी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोकिंग कोल की ढुलाई की मात्रा भी लौह अयस्क उत्पादन बढ़ने के साथ बढ़ सकती है।

First Published - January 18, 2023 | 10:49 PM IST

संबंधित पोस्ट