facebookmetapixel
दक्षिण भारत के लोग ज्यादा ऋण के बोझ तले दबे; आंध्र, तेलंगाना लोन देनदारी में सबसे ऊपर, दिल्ली नीचेएनबीएफसी, फिनटेक के सूक्ष्म ऋण पर नियामक की नजर, कर्ज का बोझ काबू मेंHUL Q2FY26 Result: मुनाफा 3.6% बढ़कर ₹2,685 करोड़ पर पहुंचा, बिक्री में जीएसटी बदलाव का अल्पकालिक असरअमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर लगाए नए प्रतिबंध, निजी रिफाइनरी होंगी प्रभावित!सोशल मीडिया कंपनियों के लिए बढ़ेगी अनुपालन लागत! AI जनरेटेड कंटेंट के लिए लेबलिंग और डिस्क्लेमर जरूरीभारत में स्वास्थ्य संबंधी पर्यटन तेजी से बढ़ा, होटलों के वेलनेस रूम किराये में 15 फीसदी तक बढ़ोतरीBigBasket ने दीवाली में इलेक्ट्रॉनिक्स और उपहारों की बिक्री में 500% उछाल दर्ज कर बनाया नया रिकॉर्डTVS ने नॉर्टन सुपरबाइक के डिजाइन की पहली झलक दिखाई, जारी किया स्केचसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला मिथिलांचल बदहाल: उद्योग धंधे धीरे-धीरे हो गए बंद, कोई नया निवेश आया नहींकेंद्रीय औषधि नियामक ने शुरू की डिजिटल निगरानी प्रणाली, कफ सिरप में DEGs की आपूर्ति पर कड़ी नजर

FY24 में कोयला उत्पादन एक अरब टन से ज्यादा रहने का लक्ष्य: सरकार

Last Updated- January 18, 2023 | 7:41 PM IST
कोल इंडिया

सरकार ने बुधवार को कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए कोयला उत्पादन का लक्ष्य एक अरब टन से ज्यादा रखा गया है। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”कुल लक्ष्य में से सरकारी कंपनी कोल इंडिया को 78 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है।

इसके अलावा सिंगरेनी कॉलरीज कंपनी लिमिटेड (एसीसीएल) को 7.5 करोड़ टन और वाणिज्यिक खदानों से 16.2 करोड़ टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।”

बयान के अनुसार, ”कोयला मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2023-24 में एक अरब टन से ज्यादा कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है।” इस लक्ष्य को पाने के लिए कोयला सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी कोयला कंपनियों के साथ गहराई से समीक्षा की है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के अंतर्गत 290 खदानें संचालित हैं, जिनमें से 97 खदानें हर साल 10 लाख टन कोयले का उत्पादन करती हैं।

इन सभी 97 कोयला खदानों के लिए, भूमि अधिग्रहण, वन विभाग से मंजूरी, पर्यावरण विभाग से मंजूरी, रेल संपर्क और सड़क संपर्क के मुद्दों पर चर्चा हुई और इनकी समयावधि तय की गई। कोयला कंपनियों के लगातार प्रयासों से 97 कोयला खदानों में से 56 में कोई मुद्दा लंबित नहीं है।

सिर्फ 41 खदानों में 61 मुद्दे हैं, जिनके लिए कोयला कंपनियों द्वारा संबद्ध राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ मिलकर नजर रखी जा रही है।

सीआईएल ने वित्त वर्ष 2021-22 में 62.2 करोड़ टन कोयला जबकि मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक 51.3 करोड़ टन कोयले का उत्पादन कर चुका है। ऐसी उम्मीद है कि कोल इंडिया का उत्पादन मौजूदा वित्त वर्ष में तय 70 करोड़ टन उत्पादन लक्ष्य को पार कर जाएगा और वर्ष 2023-24 में 78 करोड़ टन कोयले का उत्पादन करेगी।

First Published - January 18, 2023 | 7:41 PM IST

संबंधित पोस्ट