facebookmetapixel
नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगाबिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचार

लगातार 7वें साल कमजोर हुआ रुपया, अमेरिकी फेड और ट्रंप की जीत से बढ़ा दबाव

2024 में रुपया 85.61 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट

Last Updated- December 31, 2024 | 10:47 PM IST
Rupee and Dollar

साल 2024 में रुपया 85.61 प्रति डॉलर के नए निचले स्तर पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार के बाद रुपये में आज 0.09 फीसदी की गिरावट आई। यह लगातार 7वां वर्ष है जब डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ। रूस-यूक्रेन में युद्ध के बाद 2022 में डॉलर के मुकाबले रुपये में 10 फीसदी से अधिक गिरावट के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने हस्तक्षेप के जरिये उसे एक सीमित दायरे में रखा।

इससे 2023 में महज 0.6 फीसदी का मूल्यह्रास हुआ। इस साल सितंबर के मध्य तक रुपया सबसे स्थिर मुद्राओं में शामिल था। मगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती और उसके बाद डॉनल्ड ट्रंप की जीत से रुपये पर दबाव बढ़ गया। यही कारण है कि अक्टूबर से दिसंबर की अवधि में रुपया 1.8 फीसदी लुढ़क गया।

पिछले तीन महीनों के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 60 अरब डॉलर की गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा बाजार में आरबीआई के हस्तक्षेप के कारण मुद्रा भंडार को झटका लगा। सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 705 अरब डॉलर तक पहुंच गया था जो अब तक का सर्वोच्च स्तर है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 20 दिसंबर 2024 तक 644.4 अरब डॉलर था जो दुनिया में चौथा सबसे बड़ा भंडार है।

First Published - December 31, 2024 | 10:47 PM IST

संबंधित पोस्ट