आर्सेलर मित्तल के मुख्य कार्याधिकारी लक्ष्मी निवास मित्तल को लौह अयस्क ब्लाक प्रदान करने के लिए जरूरत पड़ने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हस्तक्षेप कर सकते हैं।
यह बात इस्पात मंत्री राम विलास पासवान ने कही है। पासवान ने कल रात यहां संवाददाताओं को बताया, ‘मित्तल की समस्या का समाधान हो जाएगा और प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप से लौह अयस्क ब्लाक की उनकी मांग पूरी हो जाएगी।’ विश्व की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी आर्सेलर मित्तल ने झारखंड और उड़ीसा सरकारों के साथ सहमति पत्र पर दस्तखत किए हैं जिसके तहत ग्रीनफील्ड इस्पात संयंत्र स्थापित किए जाने हैं।
कंपनी इन परियोजनाओं पर कुल 80000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पासवान ने दावा किया कि लौह अयस्क ब्लाक सुनिश्चित करना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। पासवान ने कहा, ‘हम मिल बैठकर समाधान निकालेंगे और जरूरत पड़ी तो इस मामले में प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करेंगे।’ कंपनी के उड़ीसा संयंत्र का काम निर्धारित समय पर प्रगति कर रहा है जबकि झारखंड में विलंब हो रहा है।