सरकार ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि वर्तमान में 28.66 करोड़ से अधिक असंगठित कामगारों ने श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। लोकसभा में रेखा अरुण वर्मा के प्रश्न के लिखित उत्तर में श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने यह जानकारी दी।
सदस्य ने पूछा था कि क्या सरकार श्रम पोर्टल पर पंजीकरण के माध्यम से प्रवासी मजदूरों का एक पृथक डेटाबेस रखती है ? भूपेंद्र यादव ने बताया, ‘‘14 मार्च 2030 की स्थिति के अनुसार 28.66 करोड़ से अधिक असंगठित कामगारों ने श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराया है जिसमें से लगभग 8.30 करोड उत्तर प्रदेश से हैं।’’
उन्होंने बताया कि श्रम और रोजगार मंत्रालय ने असंगठित प्रवासी कामगारों का एक व्यापक राष्ट्रीय डेटाबेस बनाने के लिए 26 अगस्त 2021 को श्रम पोर्टल शुरू किया था।
मंत्री ने कहा कि ई-श्रम पर पंजीकृत होने वालों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिलाने के लिए पोर्टल को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया है।
उन्होंने कहा कि ई-श्रम पर पंजीकृत होने वाले लोग इस एकीकरण के माध्यम से निर्बाध रूप से प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना (PMSYM) का लाभ ले सकते हैं।
श्रम एवं रोजागार मंत्री ने कहा कि ई-श्रम पोर्टल को राष्ट्रीय कॅरियर सेवा पोर्टल के साथ एकीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि ई-श्रम पर पंजीकृत होने वाले लोग राष्ट्रीय कॅरियर सेवा (NCS) पोर्टल पर निर्बाध रूप से पंजीकरण करा सकते हैं और उपयुक्त नौकरी के अवसरों की तलाश कर सकते हैं।