पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सालाना कारोबार सम्मेलन में कहा कि अन्य देशों की ही तरह भारत का पर्यटन क्षेत्र भी 2030 तक देश की अर्थव्यवस्था में 10 फीसदी का योगदान कर सकता है। मंत्री ने कहा, ‘जीडीपी में पर्यटन के 10 फीसदी योगदान के साथ भारत वैश्विक मानकों के अनुरूप हो जाएगा। जैसे-जैसे हमारी अर्थव्यवस्था बढ़ती है, उसके साथ ही आकांक्षी वर्ग भी बढ़ेगा और जो लोग गरीबी रेखा के नीचे से ऊपर आए हैं वे आध्यात्मिक पर्यटन पर जाएंगे।’
शेखावत ने आगे कहा, ‘हम विभिन्न पहलुओं में सुधार के नजरिये के साथ इस दिशा में काम कर रहे हैं। इसमें आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन शामिल है। सरकार ने ऐसी नीतियां भी तैयार की हैं जो पर्यटन के समग्र अनुभव को बेहतर बनाएं।’ उन्होंने कहा कि उज्जैन के महाकाल कॉरिडॉर जैसे धार्मिक पर्यटन केंद्र ने एक महीने में 10 लाख से अधिक लोगों को आकर्षित किया है। भारत के घरेलू पर्यटक देश की पर्यटन संभावनाओं में अच्छा खासा योगदान कर सकते हैं, जबकि पहले अंतरराष्ट्रीय या विदेशी पर्यटकों पर बहुत अधिक निर्भरता थी।