वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि विश्व के कई देश लगातार आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं लेकिन भारत ने अपनी अच्छी स्थिति को कायम रखा है। कई देश उच्च मुद्रास्फीति, बढ़ती ब्याज दरों और बेरोजगारी की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि कई रिपोर्ट में भारत को सबसे तेजी से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था करार दिया गया है। भारत ने कोविड-19 की चुनौतियों का सामना करते हुए उच्च वृद्धि को निरंतर कायम रखा है। गोयल ने जी-20 को व्यापार और निवेश के कार्यसमूह के बैठक के अंतिम दिन कहा, ‘‘विशेषकर विकसित अर्थव्यवस्थाएं उच्च मुद्रास्फीति, कम वृद्धि , नौकरियां खत्म होने का सामना कर रही हैं। कई विकासशील देश विदेशी मुद्रा के संकट का सामना कर रहे हैं। इन सभी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था की अच्छी स्थिति है।’’
व्यापार और निवेश कार्यसमूह की अध्यक्षता वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने की। इस कार्यसमूह की बैठक तीन दिन हुई। इस कार्यसमूह ने चुनौतिपूर्ण क्षेत्रों जैसे व्यापार, वहनीयता, आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। इसके अलावा आने वाले वर्षों में समावेशी वृद्धि व चिरस्थायी विकास पर भी सलाह-मशविरा हुआ।
बैठक के अंतिम दिन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) के वैश्विक एकीकरण पर विचार-विमर्श हुआ। इसमें व्यापार के लिए समुचित लॉजिस्टिक्स और डिजिटल आधारभूत संरचना के इस्तेमाल पर चर्चा हुई, यह क्षेत्र बीते कई वर्षों से भारत के मजबूत क्षेत्रों में से एक रहा है।
गोयल ने कहा, ‘‘हमारा ध्येय भारत के लोगों की सेवा के लिए हर स्तर पर टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करना है। हम अपने विकास के मॉडल को आज दुनिया के समक्ष पेश कर रहे हैं।’’
मुक्त व्यापार समझौते पर आगे बढ़ना
गोयल ने बताया कि यूनाइटिड किंगडम (UK), कनाडा और यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत जारी है। खाड़ी सहयोग काउंसिल (GCC) से व्यापार समझौता लागू करने की तारीख के बारे में चर्चा हुई है।
भारत ने अन्य देशों जैसे इस्राइल और बांग्लादेश से मुक्त व्यापार समझौते के बारे में शुरुआती बातचीत शुरू कर दी है।
यूरोपियन मुक्त व्यापार समझौते (EFTA) में चार देश आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नार्वे और लिकटेंस्टीन हैं। इन चार देशों के मंत्रीगण मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए अप्रैल में भारत का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन लोगों (EFTA) ने आकर्षक प्रस्ताव के साथ भारत का दौरा करने का आश्वासन दिया है। वे अपने सेवा क्षेत्र को खोलेंगे।